मुंबई (ईएमएस)। हाल ही में मंदिरा ने बातचीत में खुलासा किया कि वह क्यों अपने पति की पुण्यतिथि नहीं मनातीं। मंदिरा ने कहा कि पति के जाने के बाद पहले साल हर त्योहार उनके बिना अधूरा सा महसूस होता था। जन्मदिन से लेकर दिवाली तक, राज के बिना इन खास दिनों को मनाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी। वह दिन अब भी उन्हें बहुत झकझोरते हैं, जब वह अकेले कमरे में बैठकर घंटों रोती थीं। मंदिरा ने यह भी बताया कि उन्होंने पति की पहली पुण्यतिथि पर सारी रस्में निभाईं, लेकिन उसके बाद उन्होंने कभी पुण्यतिथि पर कुछ खास नहीं किया। इसके बजाय, वह राज के जन्मदिन को खास तरीके से मनाती हैं। मंदिरा ने कहा, उस मनहूस दिन को क्यों याद करना और मनाना जिससे इतनी कड़वी यादें जुड़ी हों। हम क्यों उस दिन को याद करें जो हमें सिर्फ दर्द देता है? मंदिरा ने अपने बेटे वीर को हमेशा अपनी भावनाओं को खुलकर जाहिर करने की आज़ादी दी। उन्होंने कभी उसे रोने से नहीं रोका। वहीं, अपनी बेटी तारा के बारे में मंदिरा ने कहा कि वह उस समय केवल 8-9 महीने की थी, इसलिए तारा को राज के बारे में ज्यादा समझ नहीं आया। बता दें कि मंदिरा बेदी ने साल 1999 में निर्देशक राज कौशल से शादी की थी। शादी के करीब 12 साल बाद उन्होंने बेटे वीर को जन्म दिया और फिर 2020 में उन्होंने तारा नाम की एक बेटी को गोद लिया। तारा को गोद लेने के कुछ ही महीनों बाद राज का निधन हो गया। एक्ट्रेस मंदिरा बेदी बॉलीवुड की वह स्ट्रांग महिला हैं जिन्होंने अपने पति राज कौशल के निधन के बाद भी खुद को मजबूत बनाए रखा और दूसरों के लिए प्रेरणा बनीं। सुदामा/ईएमएस 17 मई 2025