क्षेत्रीय
17-May-2025
...


राजनांदगांव(ईएमएस)। रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले चोरों के खिलाफ रेल सुरक्षा बल (RPF) ने बड़ी सफलता हासिल की है। RPF ने दो शातिर चोरों और एक कबाड़ी को गिरफ्तार किया है, जो रेलवे की ओवरहेड (OHE) अर्थिंग केबल चोरी कर उसे बेचने का काम कर रहे थे। चौंकाने वाली बात यह रही कि मुख्य आरोपी ने केबल काटने की तकनीक यूट्यूब से सीखी थी। 30 अप्रैल 2025 को परमालकसा और मुढ़ीपार के बीच 35 मीटर ओएचई केबल चोरी होने की सूचना नागपुर स्थित रेलवे कंट्रोल रूम से मिली थी। इस पर RPF राजनांदगांव ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मंडल सुरक्षा आयुक्त दीपचंद आर्या के निर्देशन में निरीक्षक तरुणा साहू के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। जांच में घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिसमें दो संदिग्ध बैग लेकर जाते दिखाई दिए। फुटेज के आधार पर पहचान कर दोनों आरोपियों को रसमड़ा स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान राजकुमार विश्वकर्मा (60 वर्ष) और मुकेश डहरिया (27 वर्ष) के रूप में हुई, जो बिलासपुर जिले के निवासी हैं। पूछताछ में मुकेश ने स्वीकार किया कि उसने पहले भी रेलवे की केबल काटी है और उसमें से निकाले गए कॉपर वायर को राजनांदगांव के विवेक वर्मा नामक कबाड़ी को बेचता था। पुलिस ने विवेक के ठिकाने पर दबिश देकर करीब 10 किलो कॉपर वायर जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत ₹25,285 है। अब तक की जांच में सामने आया है कि इस गिरोह ने कुल 91 मीटर केबल की चोरी की है। ये आरोपी ट्रेन से सफर करते हुए छोटे स्टेशनों पर उतरते और सुनसान जगहों पर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है मुकेश डहरिया पर हत्या और चोरी के गंभीर मामले दर्ज हैं, जबकि राजकुमार पर बिजली चोरी समेत अन्य धाराओं में प्रकरण चल रहे हैं। तीनों आरोपियों को रेलवे अदालत रायपुर में पेश कर जेल भेज दिया गया है। यह केस इस बात का भी उदाहरण है कि आज के दौर में अपराधी सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों का दुरुपयोग करके आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। सत्यप्रकाश(ईएमएस)17 मई 2025