क्षेत्रीय
17-May-2025


ग्वालियर ( ईएमएस ) हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब तनाव में बदलता जा रहा है। शनिवार को भीम आर्मी के कुछ कार्यकर्ता हाईकोर्ट में पहुंचे जहां वकीलों ने उनकी मारपीट कर दी | मामला बिगड़ता देख भारी संख्या में पुलिस वालों के पर आगे और किसी तरह हालात पर काबू पाया | दरसल दो दिन पहले मूर्ति की स्थापना का विरोध करने वाले वकीलों ने भीम आर्मी को चेतावनी दी थी कि यह गली-मोहल्ला नहीं कोर्ट है, यहां भीम आर्मी आकर दिखाएं। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए भीम आर्मी नेता रूपेश केन अपनी टीम के साथ पहुंचे थे। भीम आर्मी के बाहर आते ही वकील एकजुट हुए और भारी पुलिस फोर्स के बीच भीम आर्मी पर हमला बोल दिया। भीम आर्मी नेता रूपेश केन और उनके साथियों से मारपीट की गई है। । सड़क पर सिर्फ वकील, पुलिस और भीम आर्मी ही नजर आ रही थी। मूर्ति विवाद हाई कोर्ट परिसर से बाहर निकलकर जातिगत तनाव में बदलता जा रहा है। पुलिस ने कोर्ट परिसर के आसपास भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दिया है। , मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में जैसे ही बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने की चर्चा हुई वैसे ही विवाद ने जन्म ले लिया। बार एसोसिएशन मूर्ति लगाने को लेकर विरोध जता रही है। बार एसोसिएशन का कहना है कि हाईकोर्ट की सात सदस्यीय बिल्डिंग कमेटी ने भी परिसर में मूर्ति लगाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इसके बावजूद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अनुयायी वकीलों का एक गुट मूर्ति लेकर हाईकोर्ट पहुंच गया था। उनका कहना था कि उनके पास इजाजत है और 14 मई को मूर्ति की स्थापना होनी है। क्रेन के जरिए मूर्ति लगाने का प्रयास शुरू होते ही बार एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। इसके बाद भीम आर्मी के नेता रूपेश केन अपने साथियों के साथ पहुंच गए। शनिवार शाम वह हाई कोर्ट के बाहर खड़े हो गए। 5 बजे जैसे ही कोर्ट से वकील बाहर निकले तो वहां भीम आर्मी को देखते ही वहां हंगामा खड़ा हो गया। वकीलों ने पुलिस के रोकने के बाद भी भीम आर्मी के नेता को घेरकर मारपीट कर दी। पुलिस ने संभाले हालात, फोर्स तैनात हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने भीम आर्मी के नेताओं को संभाला और वहां से दूर ले जाने लगे, लेकिन जैसे ही उन्होंने जय भीम के नारे लगाए तो वकीलों ने उनको घेर लिया। इसके बाद जमकर मारपीट की है।