नई दिल्ली (ईएमएस)। देश की सबसे बड़ी जनरल इंश्योरेंस कंपनी न्यू इंडिया इंश्योरेंस की चेयरमैन और एमडी गिरिजा सुब्रमण्यन ने बताया कि भारत में करीब आधी से ज्यादा गाड़ियां बिना इंश्योरेंस के सड़क पर दौड़ रही हैं। एमडी के अनुसार, केवल 52 प्रतिशत वाहन ही सही तरीके से इंश्योरेंस करवा रहे हैं। हालांकि पूरा डेटा उपलब्ध होने के बावजूद, इन वाहनों के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं होती है। सुब्रमण्यन ने थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस के प्रीमियम बढ़ाने की जरूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि कोर्ट से मिलने वाले मुआवजे की राशि महंगाई के हिसाब से बढ़ रही है लेकिन बीते कई वर्षों से प्रीमियम दरें स्थिर हैं। इसलिए, इंश्योरेंस कंपनियां प्रीमियम बढ़ाने की मांग कर रही हैं ताकि वे बेहतर मुआवजा दे सकें। दरअसल जुलाई 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने लंबी अवधि के मोटर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कवर को अनिवार्य कर दिया था ताकि सड़क पर बिना बीमा गाड़ियों की संख्या कम हो। आईआरडीएआई ने भी सभी नई कारों के लिए तीन साल और नई दोपहिया वाहनों के लिए पांच साल का थर्ड पार्टी कवर अनिवार्य किया। लेकिन वास्तविकता में, रजिस्टर हुई गाड़ियों के मुकाबले इंश्योरेंस पॉलिसी कम हैं, यानी बहुत से वाहन मालिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। फिलहाल कंपनी का अधिकतर इंश्योरेंस कमर्शियल वाहनों पर है, जिसमें क्लेम ज्यादा आते हैं। अब कंपनी निजी कारों और दोपहिया वाहनों के इंश्योरेंस पर भी ध्यान देना चाहती है, हालांकि इस सेगमेंट में कमीशन का खर्च अधिक है। उन्होंने बताया कि न्यू इंडिया इंश्योरेंस अपनी डिजिटल उपस्थिति भी बढ़ा रही है। कंपनी ऑनलाइन एग्रीगेटर और फोनपे जैसे प्लेटफॉर्म के साथ काम कर रही है, ताकि इंश्योरेंस खरीदना और भी आसान हो सके। हालांकि अभी तक इसका प्रभाव सीमित है, लेकिन कंपनी इसमें सुधार के लिए काम कर रही है। आशीष दुबे / 21 मई 2025