अंतर्राष्ट्रीय
21-May-2025


सिंध में गृह मंत्री का घर फूंका -पुलिस ने चलाई गोलियां, दो की मौत, कई पुलिसकर्मी घायल इस्लामाबाद(ईएमएस)। भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को रोक दिया। उधर पाकिस्तान में सिंधु नदी के पानी के लिए आंदोलन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर का घर जला दिया। प्रदर्शनकारियों ने घर की सुरक्षा में तैनात गाड्र्स को भी पीटा। रिपोर्ट के मुताबिक सिंध के नौशेहरो फिरोज जिले में पुलिस और एक राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इसमें कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा दोनों तरफ के कई लोग भी घायल हो गए। सिंध प्रांत में सिंधु नदी पर विवादास्पद नहरों के निर्माण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और उग्र हो गया। नौशहरो फिरोज जिले के मोरो तालुका में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भयंकर झड़प हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और गोलियां भी चलाई गईं। पुलिस के लाठीचार्ज में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सहित कुछ अन्य घायल हो गए। गृह मंत्री के घर घुसे प्रदर्शनकारी इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रूप धारण कर लिया और दो ट्रेलरों में आग लगा दी। उन्होंने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर के घर में भी घुसकर तोडफ़ोड़ की और कई हिस्सों में आग लगा दी, जबकि कुछ मोटरसाइकिलों को भी आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारी गृहमंत्री के घर बंदूकें लेकर पहुंचे हैं। इस वजह से मोरो की ओर जाने वाली सडक़ पर यातायात स्थगित रहा। वहीं पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि बेनजीराबाद के पुलिस उप महानिरीक्षक परवेज चंदियो और नौशहरो फिरोज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संघार मलिक मौके पर पहुंचे स्थिति को कंट्रोल में लाने के लिए विभिन्न थानों के कर्मियों को भी बुलाया गया। राजनेता के घर पर हमला कोई साजिश है पीपीपी सिंध के सूचना सचिव अजीज धामरा ने एक बयान में घटना की निंदा करते हुए इसे आतंकवादी गतिविधि करार दिया। उन्होंने कहा कि लोगों के विरोध प्रदर्शन पर कोई बैन नहीं है, लेकिन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के घर पर हमला करना कोई साजिश नजर आती है। सिंध के गृह मंत्री ने भी एक बयान जारी किया और नौशहरो फिरोज एसएसपी से घटना की रिपोर्ट पेश करने को कहा है। नहर प्रोजेक्ट को लेकर विवाद चोलिस्तान नहर का मुद्दा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेतृत्व वाली सिंध सरकार और केंद्र की शहबाज शरीफ सरकार के बीच विवाद का मुख्य मुद्दा बना हुआ है। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार चोलिस्तान रेगिस्तान की सिंचाई के लिए सिंधु नदी पर छह नहरों के निर्माण की प्लानिंग कर रही थी। लेकिन पीपीपी और सिंध प्रांत के अन्य राजनीतिक दल इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, चोलिस्तान कैनल सिस्टम की अनुमानित लागत 211.4 अरब रुपये है और इस प्रोजेक्ट के जरिए हजारों एकड़ बंजर भूमि को खेती योग्य जमीन में बदलना था। प्रोजेक्ट के तहत 400,000 एकड़ जमीन पर खेती की योजना थी। लेकिन सिंध में इस प्रोजेक्ट का भारी विरोध हो रहा था जिसमें राजनीतिक दल, धार्मिक संगठन, एक्टिविस्ट्स और वकील शामिल थे। प्रोजेक्ट के खिलाफ पूरे सिंध में रैलियां और धरना प्रदर्शन किए गए। इसे देखते हुए पिछले महीने इस प्रोजेक्ट को कॉमन इंटरेस्ट्स काउंसिल ने अस्वीकार कर दिया। विनोद उपाध्याय / 21 मई, 2025