21-May-2025


गांधीनगर (ईएमएस)| मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ग्रीष्म ऋतु के दौरान बड़े पैमाने पर फसल की बुवाई हो सके; इसके लिए तटबंधों-तालाबों को भरने तथा इसके साथ ही लोगों को पीने के पानी की समस्या भी न रहे; ऐसा जन हितकारी दृष्टिकोण नर्मदा जल वितरण से अपनाया है। उत्तर गुजरात तथा सौराष्ट्र क्षेत्र के किसानों व अग्रणियों द्वारा की गई प्रस्तुतियों-मांगों पर संवेदनात्मक प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने यह किसान हितकारी निर्णय किया है। मुख्यमंत्री ने उत्तर गुजरात एवं सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए 30 जून 2025 तक नर्मदा का 30689 एमसीएफटी पानी आवंटित करने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय के अनुसार उत्तर गुजरात को 14539 एमसीएफटी एवं सौराष्ट्र को 16150 एमसीएफटी नर्मदा जल दिया जाएगा। नर्मदा मुख्य नहर आधारित उद्वहन पाइपलाइन के माध्यम से उत्तर गुजरात के 950 से अधिक तालाबों को भरने के लिए नर्मदा जल दिया जाएगा तथा सुजलाम सुफलाम स्प्रेंडिंग कैनाल से पूरक सिंचाई एवं पीने के लिए नर्मदा जल दिया जाएगा। इतना ही नहीं; सौराष्ट्र क्षेत्र के 243 तालाबों एवं 1820 तटबंधों में भी नर्मदा जल पहुँचाया जाएगा। मुख्यमंत्री के इस निर्णय के परिणामस्वरूप उत्तर गुजरात तथा सौराष्ट्र की कुल 60 हजार एकड़ से अधिक कृषि योग्य भूमि को नर्मदा जल से सिंचाई का लाभ मिलेगा। सतीश/21 मई