22-May-2025


गांधीनगर (ईएमएस)| विकेन्द्रीकृत जिला योजना कार्यक्रम के तहत प्रत्येक विधायक को अपने निर्वाचन क्षेत्र में महत्वपूर्ण लघु स्तरीय सामूहिक विकास कार्यों के लिए प्रति निर्वाचन क्षेत्र एक विशिष्ट वार्षिक राशि आवंटित करने की योजना में वर्ष 2025-26 से 2.50 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस अनुदान से जिले में करवाए जाने वाले विभिन्न विकास कार्यों की सूची तैयार की गई है, जिसमें जल संरक्षण कार्यों को भी जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जीवन के सार के रूप में जल के महत्व को समझते हुए जल संरक्षण को प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन और जल संसाधन एवं जलापूर्ति मंत्री श्री कुंवरजीभाई बावलिया तथा राज्य मंत्री मुकेश पटेल के नेतृत्व में जिले में जल संरक्षण से संबंधित विकास कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिसके तहत न्यूनतम 2 लाख रुपये जमा कराने का प्रावधान किया गया है। विधायकों को प्रति निर्वाचन क्षेत्र आवंटित अनुदान में से 50 लाख रुपये का उपयोग सामुदायिक विकास कार्यों जैसे जल भंडारण क्षमता में वृद्धि तथा कैच द रेन और वर्षा जल संचयन के माध्यम से भूजल भंडारण में वृद्धि के लिए किया जाना चाहिए। यहां यह उल्लेखनीय है कि ग्राम तालाबों एवं सीमावर्ती तालाबों को गहरा एवं पक्कीकरण करने के कार्य के लिए सार्वजनिक अंशदान के रूप में अपेक्षित राशि के विरूद्ध शेष बची राशि को विधायक अनुदान से 10 प्रतिशत की सीमा तक आवंटित किया जा सकेगा। जल संरक्षण के प्रस्तावित विकास कार्यों के लिए वित्तीय सीमा रु. 5 लाख रुपये निर्धारित किया गया है। अतिरिक्त कार्यों की अद्यतन सूची में जल संरक्षण कार्यों की सूची तैयार की गई है, जिसे विधायक अपने अनुदान से सुझा सकते हैं। जिसमें गांव के तालाबों को गहरा करना और तालाबों को पानी से भरना, नालों, नहरों और सिंचाई कार्यों को गहरा करना, चेकडैम, सरकारी भवनों पर वर्षा जल संग्रहण के लिए जल संचयन, गांव के पेयजल कुओं का गहरीकरण एवं निर्माण, तथा पेयजल के उपयोग हेतु सुधार कार्य किए जाएंगे। इसके अलावा कुओं के पुनर्भरण का कार्य, सूखे के दौरान बंद पड़े पेयजल तालाबों को सुरक्षित स्थिति में लाना, नए पानी के टैंक का कार्य, वर्षा जल को भूमिगत करने के लिए जल पुनर्भरण संरचनाओं से संबंधित कार्य, भूमिगत जल भंडारण संरचनाओं से संबंधित कार्य जैसे भूमिगत टैंक और संबंधित सहायक कार्य, डब्ल्यूटीपी/एसटीपी की मरम्मत और संबंधित सहायक कार्य, तूफान जल निकासी कार्य, झील के तटबंधों और अपशिष्ट बांधों को मजबूत करने, चेक डैम की मरम्मत, चेक दीवारों और नहरों की मरम्मत के कार्य सूची में शामिल हैं। सतीश/22 मई