-सेना और सुरक्षाबलों का संयुक्त अभियान जम्मू,(ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार सुबह से चल रही सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच की मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि सेना का एक जवान शहीद हो गया। यह मुठभेड़ किश्तवाड़ के सिंधपोरा छत्रु इलाके में सुबह करीब 7 बजे शुरू हुई और इसे ऑपरेशन ‘तृष्णा’ नाम दिया गया है। इस ऑपरेशन में सेना की पैरा स्पेशल फोर्सेज, 11 राष्ट्रीय राइफल्स, 7वीं असम राइफल्स और किश्तवाड़ एसओजी की संयुक्त टीम शामिल थी। खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था। जैसे ही आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई, मुठभेड़ शुरू हो गई। वाइट नाइट कोर के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया है, लेकिन अब भी दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका है, जिनमें एक की पहचान सैफुल्ला के रूप में की गई है। इसके चलते पूरे इलाके को सील कर सघन तलाशी अभियान जारी है। किश्तवाड़ में चल रहा ऑपरेशन ‘तृष्णा’ अब भी जारी है। सुरक्षा बल पूरे क्षेत्र को खंगाल रहे हैं और संभावित छिपे हुए आतंकियों को तलाशने में जुटे हैं। सेना की रणनीति साफ है— कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को जड़ से समाप्त करना। मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना का एक बहादुर जवान शहीद हो गया। सेना ने उनके सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया है और देशभर से उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। हाल ही में बढ़ी आतंकी गतिविधियां इस ऑपरेशन से पहले पिछले सप्ताह पुलवामा के त्राल इलाके में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों जिसमें आसिफ अहमद शेख, अमीर नजीर वानी और यावर अहमद भट शामिल थे को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अलावा, शोपियां के जीनपथेर केलर इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों का खात्मा भी सुरक्षाबलों ने हाल ही में किया था। हिदायत/ईएमएस 23मई25