देहरादून (ईएमएस)। उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद् के तत्वावधान में राज्य के समस्त तेरह जिलों के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत मेधावी दस से चैदह वर्ष की आयु के 78 छात्र-छात्राओं तथा 24 शिक्षकों के लिए रायपुर रोड स्थित बाल भवन में पांच दिवसीय मिलकर रहना सीखो शिविर के अंतर्गत जिला रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वावधान में प्रबंधन समिति सदस्य व रेडक्रास की स्टेट डिजास्टर रिस्पांस टीम सदस्य डॉक्टर अनिल वर्मा द्वारा प्रतिभागियों को आपदा प्रबन्धन का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर परिषद द्वारा डाॅक्टर अनिल वर्मा को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डाॅक्टर अनिल वर्मा ने कहा कि उत्तराखंड सामरिक दृष्टि तथा भौगोलिक दृष्टि से आपदाओं के प्रति अति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि अतः इसका प्रशिक्षण प्रदेशवासियों के लिए बेहद जरूरी है। मास्टर ट्रेनर आपदा प्रबंधन डॉक्टर अनिल वर्मा द्वारा प्रतिभागियों को युद्ध के दौरान शत्रु देश के हवाई हमलों अथवा शांतिकाल में प्राकृतिक या मानवकृत आपदाओं से होने वाली जन-धन की हानि को सीमित करने के उपायों का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान डॉक्टर अनिल वर्मा ने शत्रु देश द्वारा परमपरागत युद्ध के दौरान गिराये जाने वाले अति विस्फोटक बमों, अग्नि बमों एवं मिसाइलों के आक्रमण अथवा प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, भूस्खलन , बाढ़, बादल फटना आदि से क्षतिग्रस्त हुए भवनों के मलबे से घायलों, बीमारों, वृद्धों तथा दिव्यांगजनों को ढूंढकर सुरक्षित निकालने एवं प्राथमिक उपचार हेतु ले जाने के सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत् ष्एमरजेंसी मेथड्स ऑफ रेस्क्यूष् का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि युद्ध के दौरान शत्रु के हवाई हमलों से बचाव के लिए ष्हवाई हमले के चेतावनी संकेतोंष् एयर रेड सिग्नलों पीला, लाल, हरा तथा सफेद का इलैक्ट्रिक या मैनुअल सायरन अथवा सीटी के माध्यम से संकेतों का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि आणविक, जैविक, रासायनिक बमों के हमले की चेतावनी का विशेष संकेत तथा बचाव के उपाय बताए। साथ ही ब्लैक आऊट की आवश्यकता, महत्व तथा प्रक्रिया की जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने विशेष प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण में हार्ट अटैक के दौरान मृतप्राय व्यक्ति को कृत्रिम श्वसन तथा चेस्ट कम्प्रेशंस द्वारा पुनर्जीवित करने के सीपीआर का प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया। शैलेन्द्र नेगी/ईएमएस/23 मई 2025