अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को दाहोद दौरे के दौरान समय आवंटित करने की मांग की है| बता दें कि प्रधानमंत्री 26 और 27 मई 2025 को गुजरात के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे दाहोद में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। गोहिल ने कहा कि दाहोद की ही तरह दो तालुकाओं में विकास कार्यों, विशेषकर मनरेगा में 71 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की जानकारी सामने आई है और अगर इन मामलों की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो पूरे जिले से करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार उजागर हो जाएगा। इसलिए दाहोद जिला कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें संगठन अध्यक्ष, कांग्रेस के पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे| गोहिल ने प्रधानमंत्री को भेजे ईमेल में अनुरोध किया है किमैं आभारी रहूंगा यदि आप समय निकालकर मुझसे व्यक्तिगत रूप से मिलने का समय दें। अगर बचु खाबड़ राज्य सरकार में मंत्री बने रहेंगे तो निष्पक्ष जांच कैसे होगी? डी.वाई.एस.पी. द्वारा सलामी दिए जाने वाले व्यक्ति के बेटे के खिलाफ जांच कैसे की जाएगी? मंत्री बचु खाबड़ से इस्तीफा नहीं लेना चाहिए बल्कि उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी मांग कर रही है कि मंत्री बचु खाबड़ को भाजपा की सदस्यता से भी हटाया जाए। साथ ही पूरे मामले की उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश की अध्यक्षता में सीबीआई जांच कराई जाए| प्रधानमंत्री गुजरात से हैं, उनकी सरकार राज्य में है। वे नारे लगाते हैं कि प्रधानमंत्री ना खाते और ना ही खाने देते लेकिन उनकी आंखों के सामने भ्रष्टाचार होता है। गुजरात सरकार की अपनी पुलिस जांच के बजाय सीबीआई जांच कराना आवश्यक है। गुजरात में मनरेगा कार्ड मृत व्यक्ति के नाम पर भी मान्य हैं। प्रधानमंत्री जी से विनम्र अनुरोध है कि वे राज्य के पूर्व विधायकों एवं पूर्व सांसदों से मिलें तथा उनकी समस्याएं सुनें। मनरेगा घोटाला सामने आने के बाद कांग्रेस पूरे राज्य में विकास खोज यात्रा का आयोजन करेगी। कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों में विकास खोज यात्रा आयोजित करेगी। यह मनरेगा और नल से जल जैसी योजनाओं में हुए घोटालों को उजागर करेगा। यात्रा सबसे पहले दाहोद जिले और आदिवासी क्षेत्रों में होगी, जिसमें योजनाओं को लेकर सरकारी दावे और जमीनी हालात उजागर किए जाएंगे। गुजरात में व्यापक भ्रष्टाचार के कारण गुजरात का खजाना खाली हो रहा है और गरीब-आम-मध्यम वर्ग को लूटा जा रहा है। दाहोद जिले के दो तालुकाओं में 71 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार घोटाले में भाजपा सरकार के मंत्री के बेटों की संलिप्तता के बाद हुई गिरफ्तारियों को लेकर भाजपा सरकार के मंत्री बचु खाबड़ को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए था। मनरेगा योजना के तहत 100 दिन के रोजगार गारंटी कानून के तहत गरीबों और मजदूर वर्ग को रोजगार देने के बजाय, भाजपा नेताओं और उनके साथियों ने अपनी जेबें और तिजोरियां भरने का काम किया है। जनवरी में कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने सबूतों के साथ सरकार को शिकायत सौंपी थी। मुख्यमंत्री को बताया गया कि दाहोद जिले में मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार की व्यापक शिकायतें मिली हैं। इसमें राज्य सरकार के मंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों की एजेंसियों द्वारा भ्रष्टाचार किया जाता है। कई गांव ऐसे हैं जहां मिट्टी-धातु की सड़कें, आर.सी.सी. हैं। सड़कें, कुआं निर्माण, चेकडैम निर्माण, वाटरशेड निर्माण और मनरेगा जैसे कई ऐसे कार्य हैं, जहां मौके पर एक भी काम नहीं हुआ है और लाखों रुपए निकाले गए| दाहोद मनरेगा भ्रष्टाचार मामले में तथ्य सामने आ रहे हैं कि भाजपा मंत्रियों के बेटों और करीबियों ने आदिवासी समुदाय के हजारों परिवारों के रोजगार के अधिकार के लिए आई राशि का गबन किया है। दाहोद मनरेगा भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच के लिए मंत्री बचु खाबड़ को तत्काल प्रभाव से मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए| सतीश/23 मई