राष्ट्रीय
27-Jun-2025


- जनता लुट रही है सरकार की चुप्पी नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत में यूपीआई से धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं। हर पांच में से एक परिवार का सदस्य धोखाधड़ी का शिकार हो चुका है। हाल ही में एक सर्वे रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन वर्षों में पांच में से एक परिवार धोखाधड़ी का शिकार हुआ है। 51 फ़ीसदी धोखाधड़ी की शिकायत,की रिपोर्ट साइबर क्राइम में नहीं लिखाई है। भारत में आधे से ज्यादा मामलों की रिपोर्ट ही नहीं होती है। भारत के 365 जिलों के 32000 यूपीआई उपयोगकर्ताओं के बीच में यह सर्वे किया गया। इस सर्वे में 67 फ़ीसदी पुरुष और 33 फ़ीसदी महिलाएं शामिल की गई है। 15862 लोगों ने सवालों पर अपनी राय भी जाहिर की। सर्वे में 38 फ़ीसदी लोगों ने स्वीकार किया, उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। 50 फ़ीसदी मामलों मे पिन हैक करके धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया है। 40 फ़ीसदी मामले लिंक क्लिक करने के बाद धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। क्यूआर कोड स्कैन करके 20 फीसदी मामलों में धोखाधड़ी की गई है। 20 फीसदी मामलों में ओटीपी पूछकर यूपीआई के माध्यम से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया है। 2024-25 में यूपीआई के माध्यम से 185.8 अरब लेनदेन हुए थे। जो पिछले वर्ष की तुलना में 41.7 फ़ीसदी ज़्यादा है। कुल डिजिटल पेमेंट में यूपीआई की हिस्सेदारी 83.4 फ़ीसदी पर पहुंच गई है। एसजे / 27 जून 25