लेख
29-Jun-2025
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किसी भी व्यक्ति को खड़े खड़े सुला देने,हाथ लगाते ही दर्द गायब कर देने का हुनर,भविष्य का आईना दिखाने की महारथ,राजयोग विधा से आत्मा का परमात्मा मिलन ,तनाव दूर करने की सहज सरल विधि सिखाने के साथ ही बहुत कुछ जानने की इच्छा मन मे हो तो 21 नवम्बर को चले आइए ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय माउंट आबू के मानसरोवर परिसर में जहां ओकल्ट परिवार मिलन राजयोग शिविर आयोजित किया जा रहा है।21 नवम्बर से 25 नवम्बर तक चलने वाले इस शिविर में देश विदेश से विभिन्न विषयो के विशेषज्ञ विद्वान भाग ले रहे है।ब्रह्माकुमारीज का मानसरोवर परिसर, राजस्थान के आबू रोड़ में बनास नदी के पर एक नवनिर्मित परिसर है,जो शांतिवन परिसर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यह परिसर समाज के आध्यात्मिक सशक्तिकरण के लिए ध्यान शिविर, सेमिनार और सम्मेलन आयोजित करने के लिए बनाया गया है। 7 एकड़ भूमि पर बना यह परिसर राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के बहुत करीब है और इस परिसर में 2500 व्यक्ति रह सकते हैं। यह परिसर आधुनिक तकनीक से बना हुआ है। इसमें जल पुनर्चक्रण, जल संचयन, बायोगैस संयंत्र और सौर ऊर्जा की सुविधा भी उपलब्ध है।इस मानसरोवर भवन की छठी मंजिल पर बने गार्डन को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते है। यहाँ 500 लोगों की क्षमता वाला वएक सभागार भी है, जिसमें विभिन्न भाषाओं के अनुवाद की सुविधा है ,यहाँ सेमिनार और राज योग शिविर आयोजित किए जाते हैं। छोटे बगीचे, एक खुला सभागार और ध्यान कक्ष इस शांत वातावरण को सुशोभित करते हैं।साथ साथ, परमपिता परमात्मा से जुड़कर अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत करने का और उन्हें अपने जीवन में धारण करने का यह सुंदर स्थान अवसर प्रदान कर रहा है। साथ ही, यह संगठन, आध्यात्मिक अध्ययन द्वारा हर एक मानव के जीवन में श्रेष्ठ बदलाव लाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। ब्रह्माकुमारीज संस्था किसी भी मानव को राष्ट्रीयता, धर्म, जाति, पंथ, लिंग आदि के आधार पर पहचान किए बिना उनकी अलौकिकता, आध्यात्मिकता और विशिष्टता को अति स्नेह और ममतामयी पालना द्वारा निखारने में मदद करती है। इस परिसर में ओकल्ट परिवार मिलन संस्था ब्रह्माकुमारीज के साथ मिलकर देश विदेश के शीर्ष विशेषज्ञ एवं उनके परिवारों का एक ऐसा रूहानी व संस्कारी सम्मेलन आयोजित कर रही है जो आध्यात्मिक ऊंचाइयों को छूते हुए परमात्म अनुभूति का बोध कराएगा।इस आयोजन के सूत्रधार गुहय विज्ञान विशेषज्ञ गोपाल राजू बताते है कि देश मे उनका यह चौथा आयोजन है,जो ब्रह्माकुमारीज के रमणीक मानसरोवर परिसर में आयोजित किया जा रहा है। साढ़े चार सौ प्रतिभागियों के इस आयोजन में देश,काल,वातावरण, भूत, भविष्य और वर्तमान पर भी चर्चा होगी,साथ ही गुहय विज्ञान विधा के रहस्यों पर से पर्दा हटाकर सकारात्मकता परोसने की भी पहल की जाएगी।जिसमें कई सत्र राजयोग व आध्यात्म चर्चा के भी होंगे।आध्यात्मिक जिज्ञासा समाधान के लिए राजयोगिनी बीके उषा दीदी व राजयोगी सूरज भाई जैसी विभूतियां होगी तो वहई इंजीनियरिंग को अध्यात्म से जोड़कर देखने वाले अर्जुन राम,जर्मनी से हीलिंग एक्सपर्ट वर्षा अपनी मौजूदगी का एहसास कराएगी।हाथ लगाते ही शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द को छूमंतर करने वाले बीके राकेश रसीला भी आयोजन का मुख्य आकर्षण होंगे।देहरादून में ब्रह्माकुमारीज सबजोन प्रभारी राजयोगिनी बीके मंजू दीदी,हरिद्वार की राजयोगिनी बीके मीना दीदी,रुड़की की राजयोगिनी बीके गीता दीदी के साथ ही राजयोगी सुशील भाई और 50 से अधिक अन्य भाई बहन इस भव्य आयोजन में मेजबान की भूमिका में नजर आएंगे। (लेखक आध्यात्मिक चिंतक व वरिष्ठ साहित्यकार है)