पीएम मित्र पार्क के फस्र्ट फेज के लिए हुए टेंडर, सीएम मोहन बोले भोपाल (ईएमएस)। धार जिले के पीएम मित्र पार्क के पहले चरण के निर्माण कार्यों के लिए 773 करोड़ रुपए के टेंडर जारी हो गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार माना है और कहा है कि यह सौगात कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में एमपी के लिए नई शुरुआत साबित होगी। बुधवार को एक्स पर किए गए ट्वीट में सीएम डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश को एक और सौगात दी है। धार जिले में 2158 एकड़ भूमि पर लगभग 2050 करोड़ से अधिक की लागत से पीएम मित्र पार्क विकसित होने वाला है। पीएम मित्र पार्क के फस्र्ट फेज के अधोसंरचना विकास के लिए 773 करोड़ रुपए की लागत के टेंडर 30 जून 2025 को जारी कर दिए गए हैं। धार इससे टेक्सटाइल इंडस्ट्री का हब बनेगा। कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में जब मध्यप्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है तो यह सौगात प्रदेश के विकास और कपड़ा उद्योग में नए युग की शुरुआत होगी। सीएम यादव ने कहा कि वे मध्यप्रदेश वासियों की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह का अभिनंदन और आभार व्यक्त करते हैं। पीएम मित्र पार्क से जुड़ी खास बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 एफ विजन (फार्म टू, फाइबर टू, फैक्ट्री टू, फैशन टू, फॉरेन) को साकार करने के लिए पीएम मित्र पार्क को विकसित किया जा रहा है। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय ने देश के सात राज्य में सात पीएम मित्रा पार्क स्वीकृत किए हैं। इनमें मध्यप्रदेश में भी एक पार्क शामिल हैं जिसमें कपास से धागा, धागे से वस्त्र निर्माण और तैयार वस्त्र की बिक्री एवं निर्यात का कार्य एक स्थान पर होगा। यह पार्क इन्दौर संभाग के धार जिले में बदनावर के पास स्थित भैंसोला में लगभग 2177 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है। पार्क की भूमि एमपीआईडीसी के आधिपत्य में इस पार्क के लिये केन्द्र और मध्यप्रदेश शासन के मध्य एक एसपीवी का गठन किया गया है, जिसमें राज्य शासन की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत एवं केन्द्र सरकार की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत है। टेक्सटाइल पार्क में निवेश के लिए 19 इकाइयों ने इच्छा जताई है। इनके द्वारा करीब 6 हजार करोड़ का निवेश किया जाना प्रस्तावित है। इस पार्क से करीब दो लाख युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इस पार्क का ले-आउट बांग्लादेश और इथियोपिया में कपड़ा इकाइयों वाले उद्योगों से लिए सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। इस पार्क में कताई, बुनाई, प्रोसेसिंग, रंगाई, छपाई, और परिधान निर्माण जैसी गतिविधियां होंगीं। विनोद/ 2 जुलाई /2025