राज्य
04-Jul-2025


- प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद ‘विस्तार’ पर फोकस भोपाल (ईएमएस)। मप्र में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब भाजपा का फोकस सरकार और संगठन के विस्तार पर होगा। उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश में सबसे पहले राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी। निगम-मंडल और प्राधिकरणों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनने के लिए भाजपा के नेता पिछले डेढ़ साल से इंतजार कर रहे हैं। पहले लोकसभा चुनाव, फिर संगठन चुनाव के कारण राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो पा रही थीं। लेकिन अब प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद निगम-मंडल में नियुक्ति की राह खुल सी गई है। गौरतलब है की अभी तक सत्ता और संगठन दोनों का कहना था कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद निगम, मंडल, बोर्ड और प्राधिकरणों में अध्यक्ष और उपाध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। अब प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों के कयास लगने लगे हैं। हेमंत खंडेलवाल के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने इस बात के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मंडल व जिलों के बाद राज्य में भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के साथ ही संगठन के चुनाव संपन्न हो गए हैं। अब निगम मंडलों में नियुक्तियां कर दी जाएंगी। दावेदारों की बढ़ेगी सक्रियता निगम, मंडल, बोर्ड और प्राधिकरणों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनने के लिए भाजपा के दावेदार नेताओं की अब सक्रियता बढ़ेगी। दरअसल, पार्टी कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के लिए निगम मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियां की जाती है। नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन न होने के कारण यह नियुक्तियां टलती गईं। अब हेमंत खंडेलवाल प्रदेश अध्यक्ष बन गए हैं। ऐसे में निगम-मंडलों में अध्यक्ष उपाध्यक्ष की नियुक्तियां भी जल्द शुरू की जाएंगी। वर्ष 2020 में विष्णुदत्त शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मध्य प्रदेश भाजपा में सात मोर्चा और विभिन्न प्रकोष्ठों में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित कार्यकारिणी बनाई गई थी। इनका कार्यकाल पूरा हो चुका है। अब भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल मप्र में पार्टी संगठन को नया स्वरूप देंगे। वह नए सिरे से मोर्चा व प्रकोष्ठों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की नियुक्तियां कर जिम्मेदारी देंगे। विनोद/ 04 जुलाई 25