मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई के गोरेगांव पश्चिम में स्थित फिल्मिस्तान स्टूडियो को जल्द ही ध्वस्त कर दिया जाएगा। यानि अब फिल्मिस्तान स्टूडियो भी बंद होने जा रहा है। खबर है कि इस जमीन पर 3000 करोड़ रुपये की आवासीय परियोजना बनने जा रही है। ज्ञात हो कि कई प्रसिद्ध फिल्मों, धारावाहिकों और रियलिटी शो की मेजबानी करने वाले इस स्टूडियो की शुरुआत 1940 में रानी मुखर्जी और काजोल के दादा शशधर मुखर्जी और अशोक कुमार ने की थी। लेकिन अब 85 साल बाद अब यह स्टूडियो बेच दिया गया है। फिल्मिस्तान स्टूडियो का नाम तोलाराम जालान की पत्नी नीना जालान के नाम पर रखा गया था। इस बीच, उन्होंने अब स्टूडियो को रियल एस्टेट कंपनी आर्केड डेवलपर्स को 183 करोड़ रुपये में बेच दिया है। * फिल्मिस्तान स्टूडियो की बिक्री से फिल्म उद्योग में हड़कंप मुंबई के गोरेगांव में फिल्मिस्तान स्टूडियो का पंजीकरण 3 जुलाई को हुआ। खबर के अनुसार, रियल एस्टेट कंपनी आर्केड डेवलपर्स इस स्थान पर 3,000 करोड़ रुपये की लागत वाली एक लक्जरी अपार्टमेंट परियोजना शुरू करने जा रही है। यह परियोजना 2026 से शुरू की जाएगी। इस स्थान पर 50 मंजिला इमारत में 3, 4 और 5 बीएचके फ्लैट और पेंटहाउस का निर्माण किया जाएगा। इस स्टूडियो के बिकने के बाद यहां काम करने वाले कई कलाकार भावुक हो गए हैं। इस खबर के बाद ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर फिल्मिस्तान स्टूडियो की बिक्री रोकने की मांग की है। जिसमें उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग में कई श्रमिक इस स्टूडियो से अपनी आजीविका कमाते हैं। इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। यह स्टूडियो उद्योग में कई श्रमिकों की आजीविका का आधार है। स्टूडियो पहले ही बिक चुका है। इससे आजीविका की समस्या पैदा हो गई है। संजय/संतोष झा- ०९ जुलाई/२०२५/ईएमएस