अलीगढ़ (ईएमएस)। शहर में फर्जी चिकित्सकों और अवैध क्लीनिकों के खिलाफ लगातार प्रकाशित हो रही खबरों के बाद आखिरकार स्वास्थ्य विभाग की टीम नींद से जाग गई है और फर्जी अस्पताल के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। क्वार्सी क्षेत्र के निशात बाग में स्थित एक कथित क्लिनिक पर जब विभाग की टीम ने दबिश दी तो क्लिनिक संचालक मौके से फरार हो गया है। यह फर्जी क्लिनिक क्वार्सी क्षेत्र के धौर्रा बाईपास रोड स्थित गरीब नवाज मस्जिद के सामने 24 फुटा रोड, निशात बाग, क्वार्सी में डॉ. आमिर मालिक के नाम से संचालित किया जा रहा था। क्लिनिक के बाहर बड़े-बड़े बोर्ड लगे हुए थे जिन पर खुद को “फिजियोथेरेपिस्ट“ बताया गया था, लेकिन अंदर जांच करने पर अंग्रेजी दवाइयों से इलाज और पैथोलॉजी जैसी गतिविधियाँ संचालित होती पाई गईं। पहले भी हो चुकी है शिकायत, फिर भी चल रहा था अवैध अस्पताल स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्लिनिक की शिकायत पहले भी स्वास्थ्य विभाग से की गई थी। कार्रवाई की भनक मिलते ही डॉ. आमिर मालिक क्लिनिक बंद कर फरार हो जाता था। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। जैसे ही विभागीय टीम ने इलाके में प्रवेश किया, आरोपी डॉक्टर क्लिनिक का शटर गिराकर मौके से भाग निकला। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था पूरा अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर क्लिनिक की पूरी जांच की। टीम के अनुसार, उक्त अस्पताल का किसी भी प्रकार का वैध रजिस्ट्रेशन नहीं है। न तो उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल से यह पंजीकृत है और न ही स्वास्थ्य विभाग के पास इस अस्पताल के संचालन से संबंधित कोई आधिकारिक दस्तावेज मौजूद हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया यह अस्पताल पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रहा था। संचालक के पास न मेडिकल डिग्री है, न पंजीकरण। जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। जल्द ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” स्थानीय लोगों और समाजसेवियों ने प्रशासन से मांग की है कि अलीगढ़ में ऐसे फर्जी डॉक्टरों की एक सूची तैयार की जाए और नियमित अभियान चलाकर इन पर रोक लगाई जाए। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों को बख्शा नहीं जाएगा। विभाग ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी इलाज से पहले डॉक्टर का पंजीकरण और क्लिनिक के दस्तावेजों की जानकारी जरूर लें। निष्कर्षः यह घटना एक बार फिर इस बात की पुष्टि करती है कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर किस तरह अलीगढ़ जैसे शहरों में लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई के बाद प्रशासन ऐसे फर्जी क्लीनिकों पर कितनी गंभीरता से शिकंजा कसता है। वहीं शहर विधायक मुक्त राजा ने भी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी नीरज त्यागी पर गंभीर आरोप लगाए हैं और एक चिट्ठी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखी है उसमें विधायक मुक्ता संजीव राजा ने कहा है कि अलीगढ़ का स्वास्थ्य विभाग लगातार फर्जी अस्पतालों से रुपए ऐंठ रहे हैं, जनता बेहद दुखी है जो जान माल से अलीगढ़ की जनता के साथ विश्वास घात हो रहा है। ईएमएस/धर्मेन्द्र राघव/ 09 जुलाई 2025