व्यापार
10-Jul-2025


-ट्रंप प्रशासन से मिली राहत से भारत का पक्ष होगा मजबूत नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय वाणिज्य मंत्रालय का एक दल जल्द फिर से अमेरिका जाने वाला है। यह यात्रा तब हो रही है, जब अमेरिका ने भारत सहित कई देशों पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ को 1 अगस्त तक के लिए निलंबित किया है। हालिया घटनाक्रम में भारतीय दल ने 26 जून से 2 जुलाई तक वाशिंगटन का दौरा किया था, जहाँ उन्होंने एक अंतरिम व्यापार समझौते (मिनी ट्रेड डील) को अंतिम रूप देने का प्रयास किया। हालाँकि, कृषि, डेयरी और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन सकी। वहं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को भारत सहित कई देशों पर 26 प्रतिशत का जवाबी टैरिफ लगाया था, लेकिन बाद में 9 जुलाई तक 90 दिनों के लिए निलंबित किया था। इस निलंबन को हाल ही में 1 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है, जिससे भारतीय निर्यातकों को अस्थायी राहत मिली है और दोनों देशों को व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अधिक समय मिला है। भारत की अमेरिका से माँगें: भारत श्रम-प्रधान क्षेत्रों जैसे कपड़ा, रत्न और आभूषण, चमड़ा, परिधान, प्लास्टिक और रसायन में टैरिफ रियायतों की माँग कर रहा है। इसके अलावा, भारत फार्मास्यूटिकल्स जैसे महत्वपूर्ण निर्यात क्षेत्रों पर अतिरिक्त टैरिफ से छूट चाहता है, क्योंकि अमेरिका भारत का सबसे बड़ा दवा निर्यात बाजार है। जहां भारत ट्रंप प्रशासन से मिलने वाली छूट का पूरी तरह से भूनना चाहता है। भारत किसी भी हालात में इन सेक्टर में टैरिफ छूट की उम्मीद कर रहा है। ताकि देश को दुनिया की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने में कोई दिक्कत नहीं आए। मतभेद वाले क्षेत्र: कृषि और डेयरी जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों में मतभेद बने हुए हैं। अमेरिका आनुवंशिक रूप से संशोधित (जेनेटिकली मॉडिफाइड) फसलों जैसे मक्का और सोयाबीन के लिए भारत से अपने बाजार खोलने की माँग कर रहा है, इस मांग को भारत ने अपनी स्थानीय कृषि और किसानों के हितों को देखकर अस्वीकार कर दिया है। वहीं ट्रंप प्रशासन ने जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और फिलीपींस सहित 20 देशों को टैरिफ पत्र जारी किए हैं, जिन पर 20 से 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाए गए हैं। हालाँकि, भारत को अभी तक ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है, जो व्यापार वार्ता में भारत की मजबूत स्थिति को दर्शाता है। आगे की योजना: भारतीय दल अगले सप्ताह वाशिंगटन में होने वाली वार्ता में भाग ले सकता है, हालाँकि सटीक तारीखों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। दोनों पक्ष सितंबर या अक्टूबर तक प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण को अंतिम रूप देने का प्रयास कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप द्वारा टैरिफ कार्यान्वयन की समय सीमा को बढ़ाने से भारत को अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका मिला है। आशीष दुबे / 10 जुलाई 2025