गाजा(ईएमएस)। इजरायल का आरोप है कि हमास ‘समझौते को जानबूझकर तोड़ रहा है और लचीलापन नहीं दिखा रहा। यह खबर ऐसे समय में आई है जब इजरायल ने 35 हमास ठिकानों को निशाना बनाया। कुल मिलाकर गाजा में संघर्ष विराम को लेकर चल रही बातचीत एक बार फिर अनिश्चितता में घिर गई है। शनिवार को हमास और इजरायल ने एक-दूसरे पर बातचीत में अड़चन डालने का आरोप लगाया। इस दौरान कतर में मध्यस्थता की कोशिशें जारी रहीं, जबकि इजरायली बंधकों के परिजन सरकार पर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एक फिलिस्तीनी सूत्र ने बताया कि इजरायल गाजा के कई हिस्सों में अपने सैनिक बनाए रखना चाहता है, जो 60 दिन के संघर्ष विराम में सबसे बड़ी बाधा बन गया है। बातचीत के बीच गाजा में बमबारी जारी रही। गाजा सिटी के निवासी बासम हमदान ने कहा, ‘हम सो रहे थे कि अचानक धमाका हुआ… मां और तीन बच्चों के शव टुकड़ों में मिले।’ दक्षिणी गाजा में घायलों को गधों पर लादकर या कंधों पर उठाकर अस्पताल लाया गया। इजरायली सेना का कहना है कि उसने 48 घंटों में गाजा में 250 से ज्यादा ‘आतंकी ठिकानों’ पर हमला किया। वहीं, हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अब तक 57,882 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, इजरायल करीब 40 प्रतिशत गाजा क्षेत्र में सैन्य मौजूदगी बनाए रखना चाहता है, जिससे लाखों विस्थापित फ़िलिस्तीनी रफा के पास सीमित इलाके में फंसे रहेंगे। हमास का मानना है कि ये नक्शे गाजा पर दोबारा कब्जे को जायज ठहराने की कोशिश हैं। बातचीत में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के कतर पहुंचने तक विराम की बात कही गई है। इजरायली मीडिया के मुताबिक, रविवार को इजरायल नई योजनाएं पेश कर सकता है। 2023 और 2024 के दो संघर्षविरामों में 105 इजरायली बंधकों की रिहाई हुई थी। फिलहाल 49 बंधक अब भी हमास की कैद में हैं, जिनमें से 27 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इजरायली वायुसेना ने गाजा के उत्तरी हिस्से में स्थित बैत हनून इलाके पर बीते एक घंटे में जबरदस्त हवाई हमले किए हैं। इजराइल डिफेंस फोर्स के अनुसार, इन हमलों में हमास के कम से कम 35 ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें अंडरग्राउंड सुरंगें भी शामिल हैं। इजरायली सेना ने इन हवाई हमलों का वीडियो जारी करते हुए बताया कि यह कार्रवाई बैत हनून में हमास के खिलाफ तेज हुए सैन्य अभियानों का हिस्सा है। इलाके में मौजूद सुरंग नेटवर्क को ध्वस्त कर आतंकियों की गतिविधियों पर लगाम कसने की कोशिश की जा रही है। ईरान में हमले के दौरान जेट में आई खराबी पिछले महीने ईरान और इजराइल के बीच हुए 12 दिन के युद्ध के दौरान एक खतरनाक तकनीकी खामी ने इजराइली वायुसेना को पलभर के लिए संकट में डाल दिया था। चैनल 12 की रिपोर्ट के मुताबिक, एक एफ-15 लड़ाकू विमान के फ्यूल टैंक में खराबी आ गई थी, जब वह पहले ही ईरान की सीमा में काफी अंदर पहुंच चुका था। इस स्थिति में विमान को मजबूरी में ईरान में आपात लैंडिंग करनी पड़ सकती थी। यह एक ऐसा कदम था जिसे इजरायल किसी भी कीमत पर टालना चाहता था। हालांकि मिशन के साथ कोई ईंधन भरने वाला विमान तैनात नहीं था, लेकिन तुरंत एक रीफ्यूलिंग प्लेन भेजने की योजना बनाई गई। साथ ही एक वैकल्पिक योजना भी तैयार की गई थी, जिसमें विमान को किसी पड़ोसी देश में इमरजेंसी लैंडिंग करानी थी ताकि ईरान में उतरने से बचा जा सके। वीरेंद्र/ईएमएस/13जुलाई2025