लंदन(ईएमएस)। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना भी मुश्किल में हैं। उन पर भी एक विशेष ट्रिब्यूनल ने गंभीर आरोप लगाते हुए शेख हसीना को ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ के आरोपों में अभियुक्त घोषित कर दिया। बताया गया कि पिछले साल छात्र आंदोलन के दौरान सैकड़ों छात्रों की मौत के मामले में यह कदम उठाया गया। ट्रिब्यूनल ने हसीना के साथ पूर्व गृहमंत्री असदुज्जमां खान और पूर्व पुलिस प्रमुख चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून को भी आरोपी माना है। फिलहाल हसीना और खान दोनों भारत में निर्वासन में हैं और अदालत में पेश नहीं हुए।वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की डायरेक्टर साइमां वाजेद को अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेज दिया है। साइमां हसीना की बेटी हैं। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रही है। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस घेब्रेयेसस ने एक आधिकारिक ईमेल में जानकारी दी कि साइमां वाजेद तत्काल प्रभाव से छुट्टी पर जाएंगी। उनकी जगह अब डॉ कैथरीन बोहेमे डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया कार्यालय का कार्यभार संभालेंगी। साइमां को हटाने के पीछे मोहम्मद यूनुस सरकार को जिम्मेदार माना जा रहा है। क्योंकि बांग्लादेश की एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) ने ही साइमां पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने डब्ल्यूएचओ की हाई-प्रोफाइल नौकरी पाने के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर झूठा दावा किया था। साथ ही उन्होंने अपनी मां के पद का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, आरोप है कि उन्होंने ढाका की बंगबंधु मेडिकल यूनिवर्सिटी में मानद पद होने की झूठी जानकारी दी, जिसे विश्वविद्यालय ने खारिज कर दिया। इसके अलावा, उन पर शुचोना फाउंडेशन के जरिए करीब 2।8 मिलियन डॉलर (लगभग 24 करोड़ रुपये) की फंडिंग में अनियमितता करने का आरोप भी है। वीरेंद्र/ईएमएस/13जुलाई2025 ---------------------------------