16-Jul-2025
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-स्वयं के परिणामो को बदलो दुनिया को बदलने की चेष्टा मत करो - मुनि निर्वेग सागर महाराज भोपाल(ईएमएस)। मित्रता के भाव से दुनिया को देखो, भव सुधरेगा परिणाम बदल जाएंगे, किसी को बदलने की चेष्टा मत करो, बदलना है तो स्वयं के परिणामों को बदलो। यह उद्गार भानपुर जैन मंदिर में चातुर्मास के दौरान आचार्य विद्यासागर महाराज, आचार्य समय सागर महाराज के शिष्य मुनि निर्वेग सागर महाराज ने व्यक्त करते हुए कहा, कि ब्रह्मांड में अनुशासन उन्हीं का चलता है, जिनका चित आत्मानुशासन में लीन हो जाता है। जिन भावों से दुनिया शत्रु रूप देखते हैं, उन भावों से मित्र रूप देखो, अपने भाव से ही अपने कर्म बनते हैं। अच्छे या बुरे उसी से आपका कल्याण निश्चित है। प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया भानपुर जैन मंदिर के मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ का अभिषेक विशेष पूजा अर्चना के साथ प्रतिदिन णमोकार मंत्र का जाप और भक्तांबर का वाचन हो रहा है। कलश स्थापित पुण्य शाली परिवार प्रदीप जैन ठेकेदार, प्रवीण लीना, रेंडु जीतेश, आभा, स्टोन परिवार द्वारा पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष संदीप जैन बंसिया, चातुर्मास समिति के अध्यक्ष धर्मचंद जैन, रमेश जैन, श्री पाल जैन, इंद्र जैन, डब्बू , मनीष जैन, वेद कुमार जैन, प्रदीप जैन, वीरेंद्र जैन, अमित जैन, महेंद्र जैन, गबर जैन, महिला मंडल की सविता, अनीता, नेहा, भारती, आभा, नीतू, सारिका, रश्मि, मीनू ,शंगीता, सहित शहर की विभिन्न मंदिर समितियां के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी मौजूद थे । अंशुल जैन/ 16 जुलाई, 2025