आज सरकारी छुट्टी है हरेला पर्व मनाने की हमारी भी इच्छा है नये वृक्ष लगाने की छुट्टी का उपयोग इससे बेहतर क्या हो सकता है प्रकृति के प्रति कृतयज्ञता का यह सुअवसर हो सकता है जुगाड़ लगाकर वन विभाग से एक पौधा हम भी ले आए मौहल्ले के लोग एकत्र हुए एक फ़ोटोग्राफ़र बुला लाए एक पौधे के रोपण में पूरा मौहल्ला जुट गया कैमरे में लोग तो आ गए पर बेचारा पौधा छिप गया दस मिनट के कार्यक्रम में रौनक हरेला की बढ़ गई एक दूसरे को बधाइयां दी शुभकामनाओं की झड़ी लग गई हरेला के बाद जलपान में लज़ीज़ व्यंजन हमने उड़ाये पर्यावरण संरक्षण को लेकर भाषणों के भी दौर चलाएं कार्यक्रम समाप्त होने पर फिर लोग घरों को लौट गए जिस पौधे का रोपण हुआ उसे असहाय हम छोड़ गए सुरक्षा पौधे की कोई कर न सका एक मवेशी न जाने कहां से आया उसने पौधे को भोजन बनाया निवाला बनाकर उसे निगल गया अवशेष पौधे के सब मिटा गया अगले दिन सब अखबारों में दिवंगत पौधे की याद छपी थी फोटो में दर्जनों लोग खड़े थे पर पौधे की तस्वीर नदारद थी हरेला पर्व ऐसे न मनाओ सच मे पौधे जरुर लगाओ। .../ 17 जुलाई /2025