घर, कार और वाहनों की बिक्री घटी, सस्ती लोन से बढ़ेगी मांग? मुंबई (ईएमएस)। रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की अगस्त माह में बैठक होने वाली है। इस बैठक में ब्याज की दरों को घटाने के बारे में निर्णय लेने की बात की जा रही है। जून माह की बैठक में रेपो रेट 0.5 फ़ीसदी घटकर 5.50 फीसदी किया गया था। अभी तक इसमें एक फ़ीसदी की कटौती हो चुकी है। रिजर्व बैंक का मानना है कि 2025-26 में रिटेल महंगाई 2.1 फ़ीसदी पर आ गई है। जुलाई अगस्त माह में महंगाई दर 1 फ़ीसदी पर आ सकती है। 1 अप्रैल 2025-26 के बाद जिस तेजी के साथ महंगाई दर घट रही है। वह 1990 के बाद 2025 की प्रथम तिमाही में कम हुई है। जून माह में कारों की बिक्री 16 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। बड़े शहरों में घरों की बिक्री 20 फ़ीसदी तक घट गई है। जून माह में रत्न और आभूषणों में 7 फ़ीसदी की गिरावट निर्यात मे आई है। आयात भी भारत का लगभग 7 फ़ीसदी घटा है। मांग को बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक, ब्याज दरों में अगस्त माह में और भी कटौती कर सकता है। इस बात की संभावना रिजर्व बैंक के सूत्रों द्वारा जताई जा रही है। आर्थिक विशेषज्ञ भी यह मानकर चल रहे हैं। रिजर्व बैंक जल्द ही ब्याज की दरों को घटा सकता है। ताकि बाजार की मांग को बढ़ाया जा सके। कम ब्याज होने से लोगों की ईएमआई भी कम होगी। आम उपभोक्ता को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध होगा। एसजे/ 17 जुलाई /2025