राष्ट्रीय
17-Jul-2025
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गांधीनगर (ईएमएस)। राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) ने आज गुजरात सरकार द्वारा स्कूल ऑफ प्राइवेट, इंडस्ट्रियल एंड कॉर्पोरेट सिक्योरिटी मैनेजमेंट (एसपीआईसीएसएम) द्वारा संचालित अपने अग्नि एवं सुरक्षा पाठ्यक्रमों को आधिकारिक मान्यता मिलने के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा की। यह मान्यता एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिससे इन पाठ्यक्रमों से स्नातक करने वाले सभी छात्र राज्य भर में अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं में सरकारी भर्ती के लिए पात्र हो जाते हैं। यह प्रगति उच्च-गुणवत्ता, उद्योग-संबंधित शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आरआरयू की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह स्वीकृति सुनिश्चित करती है कि प्रशिक्षित पेशेवरों को सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में महत्वपूर्ण आपातकालीन प्रतिक्रिया भूमिकाओं में शामिल किया जाए, जिससे गुजरात के सुरक्षा ढांचे में सुधार हो। पिछले तीन वर्षों में, 100 से अधिक छात्रों ने आवासीय अग्निशामक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम (एफसीसी), महिलाओं के लिए आवासीय अग्निशामक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम (एफसीसीडब्ल्यू), और उप-अग्निशमन अधिकारी पाठ्यक्रम (एसएफओ) सफलतापूर्वक पूरा किया है। ये स्नातक अब गुजरात सरकार में अग्निशामक और उप-अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। आरआरयू के स्कूल ऑफ प्राइवेट, इंडस्ट्रियल एंड कॉर्पोरेट सिक्योरिटी मैनेजमेंट ने भी अग्निशामक और उप-अग्निशमन अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दिसंबर 2024 से, स्कूल ने अहमदाबाद नगर निगम और गुजरात सरकार की मॉडल नगरपालिका के सहयोग से 5000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए भर्ती प्रक्रियाओं का आयोजन किया है। यह सहयोग महत्वपूर्ण सार्वजनिक सेवाओं के लिए कुशल पेशेवर प्रदान करने की आरआरयू की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। एसपीआईसीएसएम के निदेशक निमेश दवे ने परिणामों पर अपनी संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा, पिछले कई दिनों में किए गए हमारे प्रयासों के परिणाम देखकर हमें बेहद खुशी हो रही है। यह अनुमोदन आरआरयू द्वारा बनाए गए उच्च शैक्षणिक और व्यावसायिक प्रशिक्षण मानकों को और पुष्ट करता है। इससे हमारे छात्रों की रोज़गार क्षमता बढ़ेगी और गुजरात की सुरक्षा तैयारी का बुनियादी ढांचा मज़बूत होगा। उन्होंने आगे कहा कि आरआरयू के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा पाठ्यक्रमों का सत्यापन उच्च कुशल पेशेवरों का एक कैडर विकसित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह पहल सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को एक सुप्रशिक्षित कार्यबल तक पहुँच प्रदान करके गुजरात की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को सीधे तौर पर बढ़ाती है, जिससे राज्य की आपात स्थितियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन और प्रतिक्रिया करने तथा अपने नागरिकों की सुरक्षा करने की क्षमता में सुधार होता है। एक अलग घटनाक्रम में, आरआरयू ने उत्तर प्रदेश (यूपी) अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के साथ एक रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, आरआरयू नवनियुक्त अधिकारियों को व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित प्रशिक्षण पैटर्न के अनुरूप होगा और क्षेत्र की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप होगा। इस सहयोग का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के युवाओं को अग्नि सुरक्षा, औद्योगिक सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया में आवश्यक कौशल से लैस करना है, जिससे एक सुरक्षित और अधिक लचीले समाज का निर्माण होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अग्नि निवारण, अग्निशमन तकनीक, खतरनाक सामग्री प्रबंधन और आपातकालीन चिकित्सा प्रतिक्रिया सहित कई विषय शामिल होंगे। आरआरयू सुरक्षा और संरक्षा परिदृश्य की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी साझेदारियों और कार्यक्रमों का विस्तार करना जारी रखता है, जिससे एक सुरक्षित और अधिक सुरक्षित भारत का निर्माण होगा। इस साझेदारी का उद्देश्य हजारों युवाओं को अग्नि और सुरक्षा में पेशेवर दक्षताओं से सशक्त बनाना, रोजगार के नए अवसर पैदा करना और उत्तर प्रदेश की आपदा प्रतिक्रिया तत्परता को मजबूत करना है। इस सहयोग के प्रारंभिक चरण में, आरआरयू उत्तर प्रदेश में 600 अग्निशमन एवं सुरक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षित करेगा, जिसका दीर्घकालिक उद्देश्य राज्य में कुशल पेशेवरों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए लगभग 2,00,000 अधिकारियों को प्रशिक्षित करना है। आरआरयू के एसपीआईसीएसएम निदेशक, निमेश दवे ने कहा, हम इन प्रगतियों से प्रसन्न हैं, जो सुरक्षा एवं संरक्षा शिक्षा में उत्कृष्टता के प्रति आरआरयू के समर्पण को दर्शाती हैं। उन्होंने आगे कहा, गुजरात सरकार से मान्यता और उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के साथ साझेदारी हमारे कार्यक्रमों की गुणवत्ता और अग्निशमन एवं आपातकालीन पेशेवरों की अगली पीढ़ी को तैयार करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।