राष्ट्रीय
17-Jul-2025


“देश को चाहिए समाधान, न कि सिर्फ सहानुभूति : गोयल “No Dogs on Streets” के लक्ष्य को अपनाए सरकार : गोयल नई दिल्ली, (ईएमएस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने देशभर में आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह अब एक गंभीर राष्ट्रीय संकट बन चुका है। उन्होंने कहा कि वह कई वर्षों से इस मुद्दे को उठा रहे हैं और आज भी इससे जुड़ा आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन की गंभीरता अब भी नज़र नहीं आ रही। गोयल ने केरल सरकार के हालिया निर्णय का उल्लेख करते हुए बताया कि वहाँ की सरकार ने बड़ी संख्या में कुत्तों के काटने के मामलों को देखते हुए स्थानीय निकायों को यूथनाइज़ (दया मृत्यु) जैसे कड़े कदम उठाने की अनुमति दी है। यह निर्णय प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स एक्ट के तहत उस स्थिति में लिया जा सकता है जब जानवर लाइलाज स्थिति में हों या मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा बन जाएँ। गोयल ने स्पष्ट किया कि अगर केंद्र सरकार के पास इस समस्या का कोई वैकल्पिक हल है तो वह सामने लाए, अन्यथा उसे केरल जैसे निर्णयों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने तथाकथित एनिमल लवर्स पर भी निशाना साधा और कहा कि सड़कों पर कुत्तों को खाना खिलाना एक संवेदनहीन और गैर-जिम्मेदाराना कृत्य बन चुका है, जिससे काटने की घटनाएँ और बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को भी इस पर टिप्पणी करनी पड़ी कि ऐसे पशु प्रेमी इन कुत्तों को अपने घर ले जाकर पालें, ना कि सार्वजनिक स्थलों पर। गोयल ने बेंगलुरु नगर निकाय के उस निर्णय की कड़ी आलोचना की जिसमें ₹2.88 करोड़ से अधिक का बजट आवारा कुत्तों को बिरयानी और अन्य भोजन देने के लिए रखा गया है। उन्होंने इसे पॉपुलिस्ट स्टंट करार देते हुए कहा कि इससे समस्या और गंभीर हो जाएगी और जब सड़कों पर कुत्तों की बाढ़ आ जाएगी, तब सरकारें जागेंगी। गोयल ने चेतावनी दी कि सुप्रीम कोर्ट की मौखिक टिप्पणी को हल्के में लेने की भूल न की जाए – यह संकेत है कि आने वाले समय में अदालत इस विषय को गंभीरता से ले सकती है। उन्होंने दोहराया कि अब समय आ गया है कि सरकार “No Dogs on Streets” के लक्ष्य को अपनाए और आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाकर उनके लिए सुरक्षित बाड़ों की व्यवस्था करे या फिर अन्य उचित समाधान निकाले। गोयल ने बताया कि देश में इस समय 12 करोड़ से अधिक आवारा कुत्ते हैं और प्रतिदिन 60,000 से ज्यादा लोगों के काटे जाने की घटनाएँ सामने आती हैं – जिनमें अधिकांश पीड़ित बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएँ होती हैं। गोयल ने यह भी बताया कि दिल्ली समेत पूरे देश में आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक को देखते हुए वे शनिवार, 19 जुलाई को प्रातः 10 बजे जंतर मंतर पर एक विशाल धरना भी देंगे। ईएमएस/मोहने/ 17 जुलाई 2025