वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिका के आयोवा सिटी में जन्मा एक बच्चा का नाम पैदा होते ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया। 5 जुलाई 2024 को मात्र 21 हफ्ते की गर्भावस्था में जन्मे नैश की ज़िंदगी किसी चमत्कार से कम नहीं है। उसका वजन सिर्फ 283 ग्राम था, और वह अब एक साल का हो चुका है। इस उपलब्धि के साथ नैश को दुनिया के सबसे कम समय में जन्मे जीवित बच्चे का खिताब मिला है। नैश की कहानी सिर्फ एक मेडिकल चमत्कार नहीं, बल्कि मां-बाप के विश्वास, संघर्ष और अटूट प्रेम की भी मिसाल है। जन्म के बाद नैश को छह महीने तक यूनिवर्सिटी ऑफ आयोवा हेल्थ के नियोनेटल आईसीयू में रखा गया। जनवरी 2025 में वह अपने माता-पिता मोल्ली और रैंडल के साथ घर लौटा। मां मोल्ली बताती हैं कि इतने लंबे अस्पताल प्रवास के बावजूद नैश बेहद जिज्ञासु और हमेशा मुस्कुराने वाला बच्चा है। इससे पहले मोल्ली को गर्भपात का अनुभव हो चुका था, और उनकी एक मेडिकल कंडीशन की वजह से गर्भधारण का पूरा समय पूरा कर पाना मुश्किल था। 20वें हफ्ते में जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि उनकी सर्विक्स पहले से ही दो सेंटीमीटर खुल चुकी है, जो आमतौर पर डिलीवरी से ठीक पहले होता है। हालांकि, यूनिवर्सिटी ऑफ आयोवा के डॉक्टरों की टीम 21वें हफ्ते में जन्मे बच्चों को जीवन देने की कोशिश करती है। इसी उम्मीद के सहारे मोल्ली और रैंडल ने हार नहीं मानी। डॉक्टर मलींडा शेफर, जिन्होंने नैश का ऑपरेशन किया, ने इसे मेडिकल साइंस की एक नई सीमा बताया। डॉक्टरों को उम्मीद है कि उसके दिल की छोटी-सी खामी भी समय के साथ ठीक हो जाएगी। नैश आज सिर्फ एक बच्चा नहीं, बल्कि साहस और उम्मीद की मिसाल है। भले ही नैश को आज भी सांस के लिए ऑक्सीजन और खाने के लिए फीडिंग ट्यूब की जरूरत हो, मगर वो करवट ले रहा है, खुद को खड़ा करने की कोशिश कर रहा है और अपने नन्हे पैरों पर खड़ा होने की जिद भी कर रहा है। सुदामा/ईएमएस 31 जुलाई 2025