नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार 8 अगस्त को उच्च शिक्षा विभाग, नागालैंड के सहयोग से ‘पूर्वोत्तर भारत में शिक्षा का विकास’ विषय पर एक प्रदर्शनी का आयोजन करेगा।यह प्रदर्शनी व्यापक अन्वेषण प्रस्तुत करती है, जो इसकी जनजातीय परंपराओं, भाषाई विविधता, मिशनरी प्रभावों, औपनिवेशिक विरासतों और स्वतंत्रता के बाद के विकास से प्रभावित है। नागालैंड के राज्यपाल ला. गणेशन प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। संस्कृति मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है। पूर्वोत्तर भारत का शैक्षिक विकास स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों और औपचारिक संस्थानों के गतिशील मिश्रण को दर्शाता है, जिसकी जड़ें मौखिक आदिवासी शिक्षा से लेकर आधुनिक विश्वविद्यालयों तक फैली हैं। यह प्रदर्शनी क्षेत्र के शैक्षणिक परिदृश्य की विशेषता बताती है, जिसमें प्रमुख संस्थानों की स्थापना और समावेशिता एवं क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने वाली महत्वपूर्ण नीतिगत पहल शामिल हैं। इसके अलावा, लोगों के ज्ञान को विकसित करने के लिए, प्रदर्शनी मूल अभिलेखीय दस्तावेजों का उपयोग करते हुए, इस विरासत को विषयगत समूहों के माध्यम से वर्गीकृत करती है। इनमें सरकारी फाइलें, प्रसिद्ध हस्तियों के निजी कागजात, तस्वीरें, दुर्लभ पांडुलिपियां और राष्ट्रीय अभिलेखागार तथा नागालैंड राज्य अभिलेखागार में संरक्षित आधिकारिक अभिलेख शामिल हैं। सुबोध\३१\०७\२०२५