अंतर्राष्ट्रीय
01-Aug-2025


वाशिंगटन (ईएमएस)। नोबेल शांति पुरस्कार के लिए डोनाल्ड ट्रंप के नाम की मांग उठाई गई है, जिसमें व्हाइट हाउस ने दावा किया है कि उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती छह महीनों में छह संघर्षों को रोका है। इन संघर्षों में थाईलैंड-कंबोडिया, इजरायल-ईरान, रवांडा-कांगो, भारत-पाकिस्तान, सर्बिया-कोसोवो और मिस्र-इथियोपिया शामिल हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट के अनुसार, ट्रंप ने करीब हर महीने एक शांति समझौता या युद्धविराम करवाया है। व्हाइट हाउस और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच मई महीने में हुई कथित जंग को रुकवाने का श्रेय लेने का प्रयास किया है। ट्रंप का दावा है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध को रोका। हालांकि, भारत ने इन दावों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय जवाबी हमलों से त्रस्त होने के बाद संघर्ष विराम की मांग की गई थी, जिसके बाद ही भारत ने सहमति दी। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि दोनों देशों के बीच डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर पर सीधी बातचीत के बाद ही युद्धविराम पर सहमति बनी थी। संसद के मॉनसून सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान की गुजारिश के बाद ही भारत ने युद्धविराम पर सहमति जताई थी। ट्रंप स्वयं भारत-पाकिस्तान सहित कई देशों के बीच जंग रुकवाने का दावा कर अपने लिए नोबेल शांति पुरस्कार की मांग कर रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पाकिस्तान ने भी आधिकारिक तौर पर ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है। हालांकि, कुछ देशों ने इस नामांकन का विरोध भी किया है। आशीष दुबे / 01 अगस्त 2025