नई दिल्ली (ईएमएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगातार भारत पर टैरिफ लगाने की धमकी दी जा रही है। इसका असर फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक पर नहीं पड़ेगा। इसलिए भारत को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अमेरिका का ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) कानून के अनुसार अमेरिका इन दो क्षेत्र के प्रोडक्ट पर अलग से कोई टेरिफ नहीं लगा सकता है। भारत से अमेरिका में जिन उत्पादन का निर्यात होता है। उसका लगभग 50 फ़ीसदी इलेक्ट्रॉनिक और फ़ार्मा का निर्यात है। ऐसी स्थिति में भारत को ट्रंप की धमकियों से डरने की जरूरत नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कृषि और डेयरी क्षेत्र के उत्पाद को भारत के बाजार में भेजना चाहते हैं।जिसके लिए वह दबाव बना रहे हैं। भारत सरकार के लिए यह संभव नहीं है, वह कृषि और डेयरी उत्पाद को अमेरिका से भारत में लाने का समझौता करे। यही एक कारण है, डोनाल्ड ट्रंप भारत के ऊपर मानसिक दबाव बनाकर डील करना चाहते हैं। अमेरिका ने अभी जो 25 फ़ीसदी टैरिफ लगाया है। इसका असर टेक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलरी, लेदर फुटवियर, झींगा, एनिमल प्रोडक्ट तथा केमिकल सैक्टर में जरूर इसका असर होगा। यदि यही टैरिफ लग रहा, तो भारत का 50 फ़ीसदी निर्यात व्यापार प्रभावित होगा। जिस तरह की ट्रेड डोनाल्ड ट्रंप भारत के साथ करना चाहते हैं।भारत सरकार डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में यदि वह डील करेगी, तो भारत को भारी नुकसान होना तय है। एसजे/ 2 अगस्त /2025