04-Aug-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। कांग्रेस पार्टी ने चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार पर डीडीएलजे (डिनाइ, डिस्ट्रैक्ट, लाइ एंड जस्टिफाइ) यानी इंकार करो, ध्यान भटकाओ, झूठ बोलो और सही ठहराओ की नीति अपनाने का आरोप लगा दिया है। यह बयान सुप्रीम कोर्ट द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जे के दावे के लिए फटकार लगाने के बाद आया है। कांग्रेस नेता रमेश ने पोस्ट में कहा कि 15 जून 2020 को गलवान में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद से हर देशभक्त भारतीय इन सवालों के जवाब मांग रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जवाब देने के बजाय बीते पांच साल से इस डीडीएलजे नीति के साथ सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता रमेश ने मोदी सरकार से आठ तीखे सवाल पूछे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री के 2020 के बयान और सीमा पर मौजूदा स्थिति के बीच विरोधाभासों को उजागर किया गया है। गलवान पर प्रधानमंत्री का बयान को लेकर कांग्रेस नेता रमेश ने पूछा कि प्रधानमंत्री ने 19 जून 2020 को, गलवान में सैनिकों के बलिदान के चार दिन बाद, यह कहते हुए चीन को क्लीन चिट क्यों दी कि न कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न ही कोई घुसा हुआ है? इस बयान पर कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या 21 अक्टूबर, 2024 को हस्ताक्षरित वापसी समझौता वास्तव में अप्रैल 2020 की यथास्थिति बहाल करता है, जैसा कि सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा था। कांग्रेस नेता रमेश ने स्पष्टीकरण मांगा कि क्या भारतीय गश्ती दल को अब सीमावर्ती इलाकों में गश्ती चौकियों तक पहुंचने के लिए चीन की सहमति की जरुरत है, जहां वे पहले भारत के क्षेत्रीय अधिकारों के तहत स्वतंत्र रूप से पहुंच सकते थे। कांग्रेस नेता रमेश ने 2020 की उन रिपोर्ट्स का हवाला दिया जिसमें दावा किया गया था कि पूर्वी लद्दाख में करीब 1,000 वर्ग किलोमीटर जमीन, जिसमें देपसांग में 900 वर्ग किलोमीटर भी शामिल है, चीन के कब्जे में आ गई है, और इसके लिए जवाबदेही की मांग की। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला कर सवाल उठाया कि क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार एक उस देश के साथ नॉर्मलाइजेशन की कोशिश कर रही है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और जे-10सी लड़ाकू विमान और पीएल-15 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल जैसी हथियार प्रणालियां मुहैया कराई थीं। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता रमेश ने सीमा पर जारी तनाव के बावजूद भारत की चीन पर निरंतर आर्थिक निर्भरता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने याद दिलाया कि 4 जुलाई 2025 को उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने कहा था कि भारतीय सैन्य अभियानों में लाइव इनपुट दिए थे। कांग्रेस नेता रमेश के इन सवालों के जरिए मोदी सरकार से चीन के साथ सीमा विवाद पर अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सेना पर टिप्पणी करने के मामले में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को फटकार लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी से पूछा, आपको कैसे पता चला कि चीन ने भारत की जमीन हड़प ली? आपकी जानकारी का विश्वसनीय स्रोत क्या? राहुल गांधी को अपने किसी बयान चलते सुप्रीम कोर्ट पहुंचने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई बयानों को लेकर कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगा चुके हैं। एक मामले में तब सजा भी सुनाई गई, जिसके बाद लोकसभा की सदस्यता भी गंवानी पड़ी थी। आशीष दुबे / 04 अगस्त 2025