भोपाल/इंदौर (ईएमएस)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास में ‘माटी गणेश–सिद्ध गणेश’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भगवान गणेश के पूजन से सुख-समृद्धि आती है और उन्होंने सबके मनोरथ पूरे होने की कामना की। मुख्यमंत्री ने जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों से अपील की कि गणेश चतुर्थी के साथ-साथ नवरात्रि में मां दुर्गा और दीपावली पर्व पर महालक्ष्मी की प्रतिमाएं भी मिट्टी से ही निर्मित हों। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक नवाचारी पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य मिट्टी और गौमाता के गोबर से बनी प्रतिमाओं के उपयोग को प्रोत्साहित करना है, ताकि विसर्जन के दौरान जल स्रोतों की स्वच्छता बनी रहे। डॉ. यादव ने कहा कि मिट्टी की प्रतिमाएं आसानी से मिट्टी में समाहित हो जाती हैं, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता। अभियान के तहत, जन अभियान परिषद ने नर्मदा समग्र संस्था के साथ मिलकर काम शुरू किया है। इसके तहत प्रदेश के सभी 313 विकासखंडों में नवांकुर सखियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन प्रशिक्षित महिलाओं द्वारा अपने-अपने गांवों में स्थानीय महिलाओं को प्रेरित और प्रशिक्षित कर 10 लाख गणेश प्रतिमाओं का निर्माण कराया जाएगा। इस अभियान का लक्ष्य 25 लाख लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अभियान के संकल्पना गीत और सचित्र पोस्टर का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने इस वर्ष घरों में केवल मिट्टी और गौमाता के गोबर से बनी गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने का संकल्प लिया। प्रकाश/4 अगस्त 2025