राज्य
11-Aug-2025
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नागपुर, (ईएमएस)। महाराष्ट्र में गरुड़ दृष्टि उपकरण अब असामाजिक तत्वों को पकड़ने और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कही। वे नागपुर पुलिस विभाग की ओर से पुलिस भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर गरुड़ दृष्टि सोशल मीडिया निगरानी और साइबर इंटेलिजेंस परियोजना पर एक प्रस्तुति दी गई। इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न साइबर वित्तीय अपराधों की जाँच से प्राप्त 10 करोड़ रुपये की राशि शिकायतकर्ताओं को वितरित की गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा कि, हमने सोशल मीडिया के माध्यम से सांप्रदायिक घृणा भड़काने वाले असामाजिक तत्वों के कारण दंगे भड़कते देखे हैं। महाराष्ट्र में ऐसे अपराधियों और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए दुनिया की सबसे अच्छी प्रणाली और तकनीक है और मुख्यमंत्री ने लोगों को सतर्क रहने का संदेश दिया। गृह मंत्री फडणवीस ने कहा, हालाँकि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपने विचारों को व्यक्त करने के एक मंच के रूप में करना अच्छा है, लेकिन हम कुछ असामाजिक प्रवृत्तियों को इस मंच का इस्तेमाल नफ़रत, धमकियाँ, अभद्र भाषा, फ़र्ज़ी ख़बरें और मादक पदार्थों की तस्करी फैलाने के लिए करते हुए देख रहे हैं। ज़्यादातर वित्तीय धोखाधड़ी वाले ये प्लेटफ़ॉर्म विदेशी ऑपरेटरों द्वारा संचालित होते हैं। इसलिए, सभी को सावधान रहना चाहिए। लोगों को पता होना चाहिए कि उनके मोबाइल फ़ोन पर आने वाले कोई भी ऑफ़र वित्तीय धोखाधड़ी का जाल हैं। अगर उन्हें पता चलता है कि उनके साथ आर्थिक धोखाधड़ी हुई है, तो नागरिकों को जल्द से जल्द 1930 और 1945 पर संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा, सोशल मीडिया के ज़रिए धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए गरुड़ दृष्टि प्रणाली विकसित की गई है। इस प्रणाली के ज़रिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर आपराधिक गतिविधियों का पता लगाना और उन पर नज़र रखना संभव होगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इन उपकरणों का विस्तार और बेहतरी की जाएगी। * क्या है गरुड़ दृष्टि ? - सोशल मीडिया निगरानी: गरुड़ दृष्टि के लॉन्च होने के बाद से, सोशल मीडिया पर 30,000 पोस्ट की जाँच की जा चुकी है। - आपत्तिजनक सामग्री पर कार्रवाई: इनमें से 650 आपत्तिजनक पोस्ट रिकॉर्ड कर संबंधित प्लेटफॉर्म से हटा दिए गए हैं। - कानून और व्यवस्था नियंत्रण: सोशल मीडिया पर अफवाहों, घृणास्पद सामग्री, विवादास्पद पोस्ट के कारण उत्पन्न तनाव और कानून-व्यवस्था की समस्याओं को रोकने के लिए इस टूल का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा रहा है। - कम लागत, पर प्रभावी- साइबर हैक 2025 प्रतियोगिता से उभरे इस टूल को बेहद कम लागत में विकसित किया गया है। इसके बौद्धिक संपदा अधिकार नागपुर पुलिस के पास हैं। - बहुउद्देश्यीय क्षमताएँ- गरुड़ दृष्टि न केवल अपराध रोकथाम के लिए, बल्कि सोशल मीडिया पर रुझानों का विश्लेषण करने, संदिग्ध खातों का पता लगाने और तत्काल कार्रवाई करने के लिए भी उपयोगी है। - गरुड़ दृष्टि एक एआई-आधारित साइबर इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया निगरानी प्रणाली है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा, धोखाधड़ी को रोकना, कानून और व्यवस्था बनाए रखना और डिजिटल अपराध को नियंत्रित करना है। संतोष झा- ११ अगस्त/२०२५/ईएमएस