14-Aug-2025
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- रिहाई पाने वाले बंदियो में आजीवन कारावास से दंडित 6 महिलाएं भी शामिल भोपाल(ईएमएस)। स्वतंत्रता दिवस पर राज्य शासन द्वारा मप्र की 16 केंद्रीय, जिला व सब जेलों से आजीवन कारावास की सजा दंडित 156 बंदियों को रिहा करते हुए उन्हें आजादी का तोहफा दिया जा रहा है। रिहा होने वाले बंदियों में 6 महिलाएं शामिल हैं। मप्र शासन, जेल विभाग की रिहाई नीति के अंतर्गत आजीवन कारावास से दंडित बंदियों को सजा में विशेष माफी प्रदान की जा रही है। लेकिन आजीवन कारावास से दंडित बंदियों में बलात्कार, पाक्सो आदि प्रकरण वाले दंडित बंदियों को किसी भी प्रकार की माफी नहीं दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मप्र शासन की रिहाई नीति में आवश्यक संशोधन किया गया है, अब आजीवन कारावास से दंडित बंदियों को साल में 5 अवसरों पर रिहा किया जाएगा। इससे पहले गणतंत्र दिवस, अंबेडकर जयंती, स्वतंत्रता दिवस एंव गांधी जयंती पर ऐसे बंदियों को रिहा किया जाता था, लेकिन अब राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस (15 नवम्बर) को भी आजीवन कारावास से दंडित बंदियों को पात्रतानुसार रिहा किया जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रदेश भर की जेलो से केन्द्रीय जेल उज्जैन से 14, केन्द्रीय जेल सतना से 17, केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम से 11, केन्द्रीय जेल बड़वानी से 3, केन्द्रीय जेल ग्वालियर से 16, केन्द्रीय जेल जबलपुर से 14, केन्द्रीय जेल रीवा से 19, केन्द्रीय जेल सागर से 14, केन्द्रीय जेल नरसिंहपुर से 6, केन्द्रीय जेल इंदौर से 10, केन्द्रीय जेल भोपाल से 25, जिला जेल देवास से 1, जिला जेल टीकमगढ़ से 2, जिला जेल इंदौर से 2, सब जेल पबई और सब जेल बण्डा से 1-1 बंदी सहित 156 बंदियो को रिहाई दी जायेगी। जुनेद / 14 अगस्त