:: ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए म.प्र. टेबल टेनिस संगठन ने किया सम्मानित :: इंदौर (ईएमएस)। मध्य प्रदेश के खेल जगत में शुक्रवार का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया। प्रदेश की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी अनुषा कुटुम्बले को राष्ट्रीय स्तर पर उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए इंदौर में सम्मानित किया गया। हाल ही में वडोदरा में आयोजित राष्ट्रीय रैंकिंग टेबल टेनिस स्पर्धा में अनुषा ने महिला एकल का खिताब जीतकर एक नया इतिहास रचा है। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि 35 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद किसी मध्य प्रदेश की महिला खिलाड़ी ने राष्ट्रीय रैंकिंग टूर्नामेंट में यह शीर्ष खिताब हासिल किया है। इस सम्मान समारोह का आयोजन मध्य प्रदेश टेबल टेनिस संगठन ने अभय प्रशाल में किया, जिसमें प्रदेश के खेल जगत की कई हस्तियां मौजूद रहीं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष ओम सोनी थे, जिन्होंने अनुषा की इस सफलता को प्रदेश के लिए गौरव का क्षण बताया। उन्होंने याद दिलाया कि आखिरी बार 1990 में रिंकु आचार्य ने यह खिताब जीता था और इतने वर्षों बाद मिली यह जीत प्रदेश के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत बनेगी। ओम सोनी ने इस कामयाबी का श्रेय अनुषा की अथक लगन और उनके माता-पिता के सहयोग को दिया। मध्य प्रदेश टेबल टेनिस संगठन के जयेश आचार्य ने समारोह का संचालन करते हुए अनुषा को एक अनुशासित और समर्पित खिलाड़ी के रूप में पेश किया। अपने संबोधन में अनुषा ने नम्रतापूर्वक अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच, परिवार और टेबल टेनिस संगठन को दिया। उन्होंने कहा कि उनका सपना इस खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाना और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श बनना है। समारोह में अनुषा के साथ-साथ उनके माता-पिता श्रीश और विशाखा कुटुम्बले को भी सम्मानित किया गया। इस यादगार कार्यक्रम में ओम सोनी, जयेश आचार्य और रिंकु आचार्य सहित प्रमोद सोनी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय और विभिन्न जिलों के खिलाड़ी मौजूद थे। अनुषा की यह ऐतिहासिक जीत यह साबित करती है कि अनुशासन, समर्पण और कठिन परिश्रम से कोई भी बड़ी चुनौती पार की जा सकती है। : अनुषा की ऐतिहासिक जीत :: वडोदरा में संपन्न हुई पहली यूटीटी नेशनल रैंकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप में महिला एकल के फाइनल में 12वीं वरीयता प्राप्त अनुषा कुटुम्बले ने महाराष्ट्र की स्वस्तिका घोष को 4-1 से हराकर सबको चौंका दिया। शुरुआती गेम हारने के बाद अनुषा ने शानदार वापसी की और लगातार चार गेम जीतकर खिताब पर कब्जा किया। अनुषा ने फाइनल में स्वस्तिका को 11-5, 11-7, 9-11, 11-9, 11-9 से हराया। इससे पहले सेमीफाइनल में उन्होंने मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन दीया चितले को भी मात दी थी, जिससे उनकी जीत और भी खास हो गई। प्रकाश/16 अगस्त 2025