इंदौर (ईएमएस)। आगामी सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए इंदौर शहर ने अपनी नदियों और नालों को स्वच्छ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। रविवार को नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नमामि गंगे अभियान और अमृत प्रोजेक्ट 2.0 के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति का जायजा लेना था। बैठक में आयुक्त ने स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि नदियों और नालों के किनारों पर हो रहे अवैध अतिक्रमण को तुरंत और चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए। इस कदम का मकसद स्वच्छता कार्यों में आने वाली बाधाओं को दूर करना है। इसके साथ ही, आउटफॉल टैपिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को निर्धारित समयसीमा के भीतर उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए भी जोर दिया गया। इंदौर को सिंहस्थ जैसे महाकुंभ के लिए तैयार करने की योजना में नई और आधुनिक तकनीक को भी शामिल किया जा रहा है। आयुक्त ने बताया कि शहर की छवि को स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए फ्लोटिंग एरेटर और फ्लोटिंग वेटलैंड जैसी तकनीकें अपनाई जाएंगी। इस दिशा में, देश की अग्रणी कंपनियों और शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर एक हैकथॉन आयोजित करने की भी योजना है, ताकि जल संरक्षण के क्षेत्र में नए और टिकाऊ समाधान खोजे जा सकें। आयुक्त वर्मा ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी विकास परियोजना को शुरू करने से पहले आवश्यक अधोसंरचना के कार्य पूरे कर लिए जाएं, ताकि भविष्य में सड़कों को बार-बार खोदने की जरूरत न पड़े और नागरिकों व निगम दोनों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ न आए। इस बैठक में अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया, कार्यपालन यंत्री विवेश जैन सहित कई अधिकारी और प्रोजेक्ट कंसल्टेंट्स मौजूद थे। प्रकाश/17 अगस्त 2025