राष्ट्रीय
23-Aug-2025
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-दिल्ली किसके भरोसे – 10 लाख कुत्ते काट सकते हैं -कुत्तों ने काटा तो सुप्रीम कोर्ट व कुत्ता खिलाऊ जिम्मेदार -सुप्रीम कोर्ट के आदेश से rwa व कुत्ता खिलाऊ में झगड़े बढ़ेंगे -मेरा आन्दोलन जारी रहेगा – गोयल -मॉर्निंग वाकर्स गोयल के साथ नई दिल्ली (ईएमएस)। आज लोधी गार्डन में विभिन्न संगठनों ने आवारा कुत्तों की समस्या पर पिछले तीन वर्षों से लगातार संघर्ष कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल का अभिनंदन किया। इस अवसर पर कई ऐसे लोग भी उपस्थित थे जिन्हें आवारा कुत्तों ने काटा था। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे और उनके परिवार इस समस्या से बेहद पीड़ित हैं। अलग-अलग क्षेत्रों से आए नागरिकों ने भी जोर देकर कहा कि “हम आवारा कुत्तों से बहुत परेशान हैं, सरकार को इस पर तुरंत ठोस कदम उठाने चाहिए। हम श्री गोयल के प्रयासों को पूरा समर्थन देते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट का एक सकारात्मक निर्णय यह है कि एबीसी रूल्स (Section 16 और 20) को समाप्त कर दिया गया है। इसके चलते अब खूंखार, काटने वाले और हिंसक कुत्तों को बाड़ों में बंद करना संभव होगा तथा सोसाइटी, अपार्टमेंट और सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों को खाना खिलाने पर रोक लगेगी। गोयल ने अपने वक्तव्य में कहा कि “आवारा कुत्तों की समस्या अभी कम नहीं हुई है। बल्कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के बाद कुत्तों को खाना खिलाने वालों और आम जनता के बीच झगड़े और टकराव और बढ़ सकते हैं।” लेकिन गोयल ने कोर्ट के उस आदेश पर गंभीर चिंता व्यक्त की, जिसमें कहा गया है कि नसबंदी और टीकाकरण के बाद कुत्तों को फिर से सड़कों पर छोड़ दिया जाए। उन्होंने कहा “दिल्ली की सड़कों पर इस समय लगभग 10 लाख से अधिक आवारा कुत्ते हैं। हर दिन करीब 2,000 लोग इनके काटने का शिकार होते हैं। नसबंदी और वैक्सीन के बावजूद कुत्ते काटते रहेंगे, इससे कोई ठोस समाधान नहीं होगा। इस स्थिति में यदि किसी को काटा जाता है, तो इसकी जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट और तथाकथित ‘कुत्ता प्रेमी संगठनों’ की होगी, जो कुत्तों को सड़कों पर खाना खिलाते हैं।” गोयल ने स्पष्ट किया कि वे दिल्ली भर में आवारा कुत्तों के मुद्दे पर जन-जागरण अभियान जारी रखेंगे और सभी आरडब्ल्यूए (Resident Welfare Associations) को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने अपील की, “अब समय आ गया है कि सभी निवासी खुलकर सामने आएं और इस समस्या के खिलाफ एक मजबूत जनआंदोलन खड़ा करें।” धर्मेन्द्र,23 अगस्त 2025