मुंबई (ईएमएस)। शिवसेना (उद्धव) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को दावा किया कि अगर चुनाव ईमानदारी से कराए जाएं, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति गठबंधन को महाराष्ट्र में जीत नहीं मिल सकती। अपनी पार्टी से संबद्ध शिक्षक संघ, महाराष्ट्र राज्य शिक्षक सेना के एक कार्यक्रम में उद्धव ने कहा कि चुनाव कार्य में लगाए गए शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ‘वोटों की चोरी नहीं हो। उद्धव ने कहा, ‘‘अगर चुनाव ईमानदारी से कराए जाएं, तो वे (महायुति) नहीं जीत सकते, महाराष्ट्र में तो बिल्कुल नहीं। राहुल गांधी ने उजागर कर दिया है कि उन्होंने कैसे वोट चुराए। उद्धव ठाकरे ने हिंदी भाषा को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया। उद्धव ने कहा कि उन्हें किसी भाषा या देश के प्रति कोई विरोध नहीं है, लेकिन किसी भाषा को जबरन थोपे जाने का विरोध है। ठाकरे ने कहा, जब मैं दिल्ली गया था, वहां मुझसे पूछा गया कि आप हिंदी का विरोध क्यों करते हैं? मैंने कहा, अगर आप प्यार से बात करेंगे तो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन जबरदस्ती नहीं चलेगी। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा, एक हिंदी पत्रकार ने मुझसे सवाल पूछा और मैंने उसी की भाषा (हिंदी) में जवाब दिया। मैंने कहा, तुम्हें मेरी हिंदी समझ में आ रही है ना? मुझे भी हिंदी आती है, और मैं उतनी हिंदी बोल लेता हूं जितनी जरूरी हो। उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए निशाना साधा।जब प्रधानमंत्री महाराष्ट्र आते हैं, तो उनके आसपास जो लोग होते हैं, वो कोई कुंभ मेला नहीं, बल्कि दंभ मेला होता है। शिवसेना-यूबीटी के प्रमुख उद्धव यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, आदर्श घोटाले से लेकर 70 हजार करोड़ के घोटाले तक के आरोप पहले खुद प्रधानमंत्री ने लगाए थे, तो अब वही लोग मंत्री कैसे बन गए? भ्रष्टाचारियों को आप खुद बढ़ावा दे रहे हैं। उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, उन्हें ही भाजपा सरकार में पद दिया जा रहा है। सुबोध\२३ \०८\२०२५