-एर्णाकुलम टाउन हॉल का नजारा रहा अद्भुत एर्णाकुलम,(ईएमएस)। एर्णाकुलम टाउन हॉल ने बीते रविवार को एक ऐतिहासिक पल देखा, जब यहां 137 जुड़वां और 4 ट्रिपलेट्स एक साथ जुटे। यह अनोखा आयोजन न केवल दर्शकों को हैरान कर गया बल्कि जुड़वां और ट्रिपलेट बच्चों के जीवन की दिलचस्प झलक भी सामने लाया। कार्यक्रम में शामिल विशेषज्ञों और समाजशास्त्रियों ने बताया कि जुड़वां और ट्रिपलेट्स का जीवन सामान्य बच्चों से अलग और रोमांचक होता है। सबसे खास बात यह कि इस तरह के आयोजन से कई बार जुड़वां बच्चों को अपने ही जैसे जीवनसाथी मिलने की संभावना भी अधिक रहती है। वहीं, ट्रिपलेट्स जहां भी जाते हैं, अपनी संख्या और समानता के कारण तुरंत सबका ध्यान आकर्षित कर लेते हैं। कार्यक्रम में मलप्पुरम जिले के कोदिन्ही गांव का भी उल्लेख हुआ, जिसे जुड़वां संतानों का गांव कहा जाता है। यहां अब तक 400 से ज्यादा जुड़वां बच्चों का जन्म हो चुका है। इस गांव का नाम दुनिया भर में अपनी इसी विशेषता के कारण जाना जाता है। केरल में रविवार को हुए इस आयोजन में जुड़वा बच्चों और उनके अभिभावकों ने एक-दूसरे से परिचय किया, अनुभव साझा किए और मंच पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। टाउन हॉल में एक जैसी पोशाक और मुस्कान लिए बैठे इन बच्चों को देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। आयोजकों का मानना है कि ऐसे आयोजन न केवल मनोरंजन का जरिया हैं, बल्कि इन परिवारों को जोड़ने और उनकी विशिष्टताओं को समाज के सामने लाने का भी माध्यम हैं। हिदायत/ईएमएस 01सितंबर25