नई दिल्ली (ईएमएस)। हैल्थ विशेषज्ञ मानते हैं कि शरीर का हर दर्द एक संकेत होता है, जो हमें बताता है कि कहीं न कहीं कोई कमी या परेशानी शुरू हो रही है। जब सीढ़ियां चढ़ते समय पैरों में थकावट, दर्द या कमजोरी महसूस हो तो यह विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। यह विटामिन हड्डियों और मांसपेशियों के लिए बेहद ज़रूरी है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और मांसपेशियों में ताकत कम हो जाती है। इसका आसान इलाज रोज़ाना कुछ देर धूप में बैठना और दूध, अंडा, मशरूम जैसी चीज़ों को डाइट में शामिल करना है। सीढ़ियां उतरते समय अगर घुटनों में चुभन या तेज़ दर्द महसूस हो तो यह जोड़ों की कार्टिलेज घिसने का संकेत हो सकता है। कार्टिलेज पतला होने पर हड्डियां आपस में टकराने लगती हैं, जिससे दर्द बढ़ता है और आगे चलकर गठिया का खतरा बढ़ सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, घुटनों पर मेथी दाने का पेस्ट लगाने से आराम मिलता है, साथ ही हल्का व्यायाम भी लाभकारी होता है। कुछ लोग थोड़ी देर खड़े रहने पर ही जोड़ों में दर्द या अकड़न महसूस करते हैं। यह साधारण थकान नहीं, बल्कि इंफ्लेमेशन का लक्षण हो सकता है, जो ऑस्टियोआर्थराइटिस या आर्थराइटिस की शुरुआत दर्शाता है। आयुर्वेद में हल्दी और काली मिर्च वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि हल्दी में सूजन कम करने की प्राकृतिक शक्ति होती है। लंबे समय तक बैठने के बाद उठते ही जोड़ों में तेज़ दर्द होना भी गठिया का संकेत हो सकता है। कई लोग इसे बढ़ती उम्र का असर मानकर नज़रअंदाज कर देते हैं, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर दिक्कत बढ़ सकती है। इससे बचाव के लिए नियमित चलना, हल्की एक्सरसाइज और शरीर को एक्टिव रखना बेहद ज़रूरी है। सुदामा/ईएमएस 02 सितंबर 2025