अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात सरकार आगामी वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंसेस (वीजीआरसी) के परिप्रेक्ष्य में 4 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में एक परिचर्चा बैठक आयोजित करने जा रही है। ये रीजनल कॉन्फ्रेंसेस राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों को एक मंच पर लाकर गुजरात की नई पहलों व क्षेत्रीय क्षमताओं को प्रदर्शित करेंगी, जिनका उद्देश्य संतुलित और समग्र क्षेत्रीय विकास को गति देना है। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) की गौरवशाली विरासत को आगे बढ़ाते हुए, गुजरात सरकार उत्तर गुजरात, कच्छ एवं सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात और मध्य गुजरात इन चार क्षेत्रों में रीजनल कॉन्फ्रेंसेस आयोजित कर रही है। इन कॉन्फ्रेंसेस का मुख्य फोकस प्रत्येक क्षेत्र की विशेष व अनूठी क्षमताओं को उजागर करना, सेक्टर-विशिष्ट अवसरों की पहचान करना और जमीनी स्तर पर निवेश को प्रोत्साहित करना है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल नई दिल्ली में होने वाली इस परिचर्चा बैठक का नेतृत्व करेंगे। यह बैठक दो विशेष सत्रों, एक औद्योगिक जगत के प्रतिनिधियों के साथ और दूसरी विदेशी मिशन प्रमुखों और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ होगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के विशेष संबोधन के अलावा, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ पहला सत्र जो दोपहर में होगा, इसमें गुजरात सरकार के उद्योग आयुक्त पी. स्वरूप, द्वारा वीजीआरसी पर विस्तृत प्रेज़ेंटेशन और उद्योग जगत के अग्रणियों द्वारा उनके अनुभवों को साझा किया जाएगा। भारत सरकार के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अमरदीप सिंह भाटिया, तथा गुजरात सरकार के मुख्य सचिव पंकज जोशी भी इस सत्र को संबोधित करेंगे। वहीं शाम को होने वाला दूसरा सत्र, विदेशी मिशन प्रमुखों और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को समर्पित होगा। इस सत्र में भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का विशेष संबोधन होगा। साथ ही, इस सत्र में गुजरात सरकार की उद्योग एवं खनन विभाग की प्रधान सचिव ममता वर्मा द्वारा वीजीआरसी पर प्रेज़ेंटेशन भी दिया जाएगा, जिसके बाद विदेश मंत्रालय के सचिव (ईआर), सुधाकर दलेला, और गुजरात सरकार के मुख्य सचिव पंकज जोशी इस सत्र को संबोधित करेंगे। वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंसेस (वीजीआरसी) सेक्टर-केन्द्रित चर्चाओं, बी2बी/बी2जी बैठकों, वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम्स, रिवर्स बायर-सेलर मीट, ट्रेड शो/एक्ज़ीबिशन, नेटवर्किंग तथा एमएसएमई और शिल्पकारों को प्रोत्साहित व उन्हें पहचान दिलाने के लिए मंच का कार्य करेगी। वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंसेस का मूल उद्देश्य क्षेत्रीय आकांक्षाओं को वैश्विक महत्वाकांक्षाओं से जोड़ना है, जिससे भारत के विकास इंजन के रूप में गुजरात की भूमिका और अधिक सशक्त एवं प्रभावशाली बन सके। सतीश/03 अगस्त