राज्य
08-Sep-2025
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वाराणसी (ईएमएस) । वाराणसी में गंगा तीसरी बार बढ़ाव की ओर है।गंगा का जल स्तर आज 70.280 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो चेतावनी बिंदु 70.260 को पार कर निरंतर बढ़ाव की ओर है।अगर गंगा के जल का बढ़ाव यूँ ही रहा तो अगले 24 घंटे में गंगा का जल स्तर 70.60 तक पहुंच जायेगा। गंगा सीढ़ियों को डुबोती हुई शहर की गलियों में प्रवेश को बेताब है। आसपास के राज्यों में भारी बारिश के कारण वाराणसी समेत इलाहबाद, कानपुर,, मिर्जापुर, गाज़ीपुर एवं बलिया में भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। गंगा में बढ़ते हुए पानी को देखकर निचले इलाकों के लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। निचले इलाकों के लोग मकान को खाली कर अपने लिए नई जगह की तलाश कर रहे हैं। प्रशासन भी उनको अस्थाई रूप से पुनर्वास करने की कोशिश कर रहा है। अस्थायी बाढ़ और राहत शिविर बनाएं गये हैं।प्रशासन द्वारा बाढ़ और निचले इलाकों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। वाराणसी में बाढ़ के कारण गंगा के घाट डूब चुके हैं, जिसके चलते प्रसिद्ध हरिश्चंद्र घाट और मणिकर्निका घाट पर शव जलाने के लिए लोगों को घंटो इंतजार करना पड़ रहा है। लोगों को शवदाह के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि शवदाह स्थल बाढ़ में डूब गए हैं।शवों को गलियों में जलाया जा रहा है। गंगा के किनारे आसपास के घाट दशा श्वमेध घाट, सामने घाट, अस्सी घाट, तुलसी घाट, रीवा घाट, आनंदमई घाट, भदेनी घाट,जैन घाट, हनुमान घाट, केदार घाट चौकी घाट, रविदास घाट इत्यादि घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है। गंगा जल के पलट प्रवाह के कारण वरुणा नदी तटवर्ती इलाकों को डुबो दी है। बाढ़ राहत शिविर में लोग शरण लेने को मजबूर हैं। बाढ़ राहत शिविरों में प्रशासन लोगों को रहने एवं भोजन इत्यादि की व्यवस्था कर रहा है। डॉ नरसिंह राम/ईएमएस/08सितंबर2025