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नई दिल्ली (ईएमएस)। सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में हीट इंडेक्स बढ़ने से बिजली की खपत बढ़ गई है। मानसून में भी एसी-कूलर चलाने की जरूरत पड़ रही है जिससे बिजली का भार रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है। सीएसई ने ऊर्जा ऑडिट और निष्क्रिय शीतलन रणनीतियों को अपनाने जैसे सुझाव दिए हैं ताकि बिजली की मांग को कम किया जा सके। बिजली की खपत में भारी वृद्धि होने के साथ ही बिजली का अधिकतम भार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। मार्च और अप्रैल 2025 के मुकाबले दिल्ली की बिजली की खपत लगभग 40 प्रतिशत बढ़ गईं। वहीं अधिकतम मांग 567 मेगावाट बढ़ गई है। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/09/सितम्बर /2025