लेख
13-Sep-2025
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भारत - पाकिस्तान का मैच पूरी दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धा होती है, जिसमें पूरी दुनिया का इंट्रेस्ट होता है. जिस दिन भारत - पाकिस्तान का मैच होता है उस दिन टीआरपी के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो जाते हैं l हमेशा यही देखा गया है कि भारत बनाम पाकिस्तान मैच के टिकट ओपन होते हमेशा कुछ ही घंटों में बिक जाते हैं परंतु पहलगाम हमले के बाद स्थिति कुछ अलग ही दिखाई दे रही हैl एशिया कप 2025 में होने वाले इस महामुकाबले के टिकट अभी भी अनसोल्डा हैं। वहीं, अब इस मुकाबले पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, क्योंहकि इस मैच को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज हो गई है। वहीं, एक सेवानिवृत्तओ वरिष्ठी सैन्यक अधिकारी ने मैच के बहिष्कातर की घोषणा कर दी है। इस तरह पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तानन के खिलाफ लोग एक फिर से एकजुट होते नजर आ रहे हैं। बता दें कि चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों के बीच एशिया कप ये अहम मुकाबला 14 सितंबर को दुबई में खेला जाने वाला है। यह मामला गुरुवार को जस्टिस जे.के. माहेश्वरी और जस्टिस विजय विष्णोई की बेंच के सामने उठाया गया। याचिका का उल्लेख करते हुए जब वकील ने इसे शुक्रवार को लिस्ट करने की गुहार लगाई तब जस्टिस महेश्वरी ने कहा कि क्या जल्दी है? यह तो एक मैच है, होने दीजिए। सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया, जिसमें भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को रद्द करने की मांग की गई थी। यह मैच एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में 14 सितंबर को होने वाला है। जस्टिस माहेश्वरी ने कहा मैच इस रविवार है? हम उसमें क्या कर सकते हैं? होने दीजिए, मैच होना चाहिए l जब वकील ने बताया कि मैच रविवार (14 सितम्बर) को है और अगर शुक्रवार को यह लिस्ट नहीं किया गया तो याचिका निरर्थक हो जाएगी। तब जस्टिस माहेश्वरी ने कहा मैच इस रविवार है? हम उसमें क्या कर सकते हैं? होने दीजिए, मैच होना चाहिए। इसके बाद वकील ने निवेदन किया कि चाहे उसका केस मजबूत हो या कमजोर, लेकिन कम से कम मामले को लिस्ट किया जाना चाहिए। अदालत ने गुहार को सुनवाई को ठुकरा दिया। कहा कि मैच होना चाहिए। यह (पीआईएल) चार याचिकाकर्ताओं ने दायर की है जो वर्तमान में कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि याचिकाकर्ताओ का कहना है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध है l पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध है। यह सशस्त्र बलों एवं उन नागरिकों के बलिदानों को कमतर करता है, जिन्होंने हमले में अपने प्राण गंवाए। याचिका में कहा गया है कि पाकिस्तान के साथ खेलना उल्टा संदेश देता है कि जब हमारे सैनिक जान की बाजी लगा रहे हैं। हम उसी देश के साथ खेल का जश्न मना रहे हैं, जो आतंकवादियों को पनाह दे रहा है। यह उन पीड़ित परिवारों की भावनाओं को भी ठेस पहुँचा सकता है, जिन्होंने पाकिस्तानी आतंकवादियों के हाथों अपने प्रियजनों को खोया है। राष्ट्र की गरिमा और नागरिकों की सुरक्षा मनोरंजन से ऊपर है। एक बात समझ नहीं आती कि भारत सरकार का रुख क्या है? क्योंकि सरकार ने इस मुद्दे पर अपना कोई पक्ष नहीं रखाl हालांकि पहलगाम हमले के बाद अभी कुछ महीने पहले लीजेण्ड क्रिकेट लीग के में भारत चाहता तो फ़ाइनल खेलता परंतु भारत ने पाकिस्तान के साथ खेलने से मना कर दिया था चूंकि देश में उस मैच का जबरदस्त विरोध हुआ थाl हालांकि एशिया कप में पाकिस्तान के साथ मैच को लेकर देश में एक आवाज़ उठ रही है कि मैच नहीं होना चाहिए, क्योंकि लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं, सीधी बात बीसीसीआई को अपना पक्ष रखना चाहिए कि उन्होंने इस शृंखला में भाग क्यों लिया? साथ ही सरकार को भी अपना पक्ष रखना चाहिए जिससे लोगों को पता चले कि सरकार क्या चाहती हैl अन्यथा ऐसे ही असमंजस की स्थिति बनी रहेगीl चूंकि लीजेण्ड क्रिकेट लीग में कोई खास फायदा नहीं था तो मैच न खेलने का ढोंग कर लिया गया, और जब अच्छी कमाई की बात आई तो मैच खेलने के लिए बीसीसीआई ने खिल़ाडी उतार दिए? आख़िर क्यों? क्या बीसीसीआई की देश के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं बनती? बीसीसीआई एवं भारत सरकार को पहले से ही तय कर लेना चाहिए था कि पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार का मैच खेला जाएगा, या नहीं खेला जाएगाl इसे हमेशा के लिए प्रतिबन्धित कर दीजिए पूरा देश सरकार के साथ होगाl या तो फिर यह ड्रामा बंद होना चाहिए कि भारत पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलेगाl हॉकी, कबड्डी, आदि खेल भी होते तब दोनों देश एक दूसरे के साथ खेलते हैं तब विरोध क्यों नहीं होता? देश में क्या क्रिकेट ही खेल है? या फिर लोकप्रियता या पैसे का खेल है जिसमें राजनीति सिद्ध होती हैl जब कभी कोई हमला होता है तब-तब ये दोहरे नारे लगते हैं, जब मामले ठन्डे हो जाते हैं तब लोग भूल जाते हैंl अतः ये नूरा कुश्ती का खेल बंद होना चाहिए, देश तय करे कि क्रिकेट खेलना है या नहीं l ईएमएस / 13 सितम्बर 25