रायपुर,(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज आकाशवाणी केंद्र, रायपुर में एक विशेष भेंटवार्ता में अपने विचार साझा किए। वरिष्ठ उद्घोषक दीपक हटवार के साथ हुई इस वार्ता में डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ की गौरवमयी 25 वर्ष की यात्रा, विधानसभा की कार्यप्रणाली तथा प्रदेश के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि जब पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की थी, तब प्रदेश को विकास की दिशा में नए मार्ग तलाशने की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि आज, रजत जयंती वर्ष में, छत्तीसगढ़ अटल जी के सपनों को साकार कर एक सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील राज्य के रूप में खड़ा है। अपने 15 वर्षों के मुख्यमंत्री कार्यकाल का उल्लेख करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी संतुष्टि इस बात की है कि आज प्रदेश में भूख और पलायन की स्थिति समाप्त हो चुकी है। उन्होंने गरीबों को भोजन का अधिकार, किसानों को सशक्तिकरण, महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण तथा बालिकाओं को स्नातक तक निःशुल्क शिक्षा जैसे कदमों को अपने संकल्पों की पूर्ति बताया। नया रायपुर (अटल नगर) को लेकर उन्होंने कहा कि यह आने वाले 100 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित किया गया एक आधुनिक, हरित और पर्यावरण-संवेदनशील शहर है, जो भविष्य में पूरे देश के लिए एक मॉडल शहर बनेगा। विधानसभा की विशिष्टताओं पर प्रकाश डालते हुए डॉ. सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा पूरे देश में अपनी अनुशासन और परंपराओं के लिए अलग पहचान रखती है। यहाँ वेल (गर्भगृह) में प्रवेश करने पर स्वतः निलंबन की परंपरा है और आज तक किसी भी स्थिति में मार्शल का उपयोग नहीं करना पड़ा है। बजट पारित करने की गिलोटिन प्रक्रिया को भी उन्होंने छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक गरिमा का प्रतीक बताया। नए विधानसभा भवन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह भवन पूरी तरह पेपरलेस होगा, जिसमें 200 निर्वाचित सदस्यों की आधुनिक बैठक व्यवस्था, 500 क्षमता का ऑडिटोरियम और 700 वाहनों की पार्किंग सुविधा उपलब्ध रहेगी। यह भवन न केवल आधुनिकता का प्रतीक होगा, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी संवेदनशील होगा। महिला और युवा विधायकों की बढ़ती भागीदारी पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक मजबूती का परिचायक है। वर्तमान में 21 प्रतिशत महिला विधायक और 14 प्रतिशत युवा विधायक सदन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा की अनुशासित कार्यप्रणाली, लोकतांत्रिक परंपरा और पारदर्शिता पूरे देश के लिए एक आदर्श है। सत्यप्रकाश/चंद्राकर/13 सितंबर 2025