लंदन (ईएमएस)। नाक और उसके आसपास का हिस्सा चेहरे का सबसे संवेदनशील और खतरनाक क्षेत्र होता है। इस हिस्से की नसें सीधे दिमाग से जुड़ी होती हैं, ऐसे में यहां पिंपल फोड़ना गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है। त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि, पिंपल फोड़ने से उसमें मौजूद बैक्टीरिया आसपास की त्वचा और नसों में फैल जाते हैं। नाक के पास की नसें दिमाग तक सीधा संपर्क रखती हैं, जिससे संक्रमण बढ़कर कावेनौस सिनूस थ्रोम्बोसिस जैसी गंभीर स्थिति का रूप ले सकता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो सकती है। इसके अलावा, पिंपल फोड़ने से त्वचा पर स्थायी निशान बन सकते हैं। पस और बैक्टीरिया त्वचा के अंदर गहराई तक फैल जाते हैं, जिससे गहरे दाग और दाने के बार-बार उभरने की समस्या बढ़ जाती है। संक्रमण होने पर न केवल लालपन और सूजन बढ़ती है, बल्कि त्वचा लंबे समय तक अस्वस्थ दिखती है। चिकित्सकों का कहना है कि नाक के पास पिंपल फोड़ने से इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है। जब बैक्टीरिया बार-बार फैलते हैं, तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है। इससे पिंपल्स दोबारा निकलते हैं और चेहरे की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। पिंपल फोड़ने की बजाय सुरक्षित उपाय अपनाना बेहतर है। चेहरे को दिन में दो बार हल्के फेस वॉश से धोना चाहिए और सूजन होने पर बर्फ की सिकाई की जा सकती है। खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है—तेलयुक्त और जंक फूड से परहेज करने से पिंपल की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। अगर पिंपल बार-बार नाक के पास निकलते हैं, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेना सबसे सुरक्षित तरीका है। विशेषज्ञों की सलाह है कि नाक के पास निकले पिंपल को कभी भी हाथ न लगाएं। यह भले ही छोटा और साधारण लगे, लेकिन गलत कदम गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। इसलिए सुरक्षित स्किन केयर अपनाना ही बेहतर विकल्प है। बता दें कि चेहरे पर अचानक निकला दाना या पिंपल हर किसी को परेशान कर देता है। कई बार लोग इसे तुरंत फोड़ने की गलती कर बैठते हैं, खासकर जब यह नाक के पास हो। सुदामा/ईएमएस 14 सितंबर 2025