मात्र तीन दिनों में ही अपहृता दस्तयाब कर परिजनों को सौंपी गुना (ईएमएस) । गुना पुलिस अधीक्षक श्री अंकित सोनी के दिशा निर्देशन में गुना पुलिस द्वारा जिले में नाबालिग बालक-बालिकाओं के अपहरण अथवा गुमशुदगी के प्रकरणों को गंभीरता से लेकर जिनकी यथाशीघ्र दस्तयाबी हेतु निरंतर कार्यवाहियां की जा रही हैं । इसी तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुना श्री मानसिंह ठाकुर के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी राघौगढ़ श्रीमति दीपा डोडवे के पर्यवेक्षण में जिले के आरोन थाना प्रभारी निरीक्षक बृजमोहन सिंह भदौरिया और उनकी टीम द्वारा थाना क्षेत्र एक नाबालिग किशोरी के अपहरण के मामले में सक्रियता से कार्यवाही करते हुए मात्र 03 दिनों में ही अपहृता को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया है । दिनांक 14 सितंबर 2025 को आरोन थाने पर एक मां की ओर से अपनी 16 वर्षीय नाबालिक लड़की के दिनांक 13-14 सितंबर 2025 की रात में गुम होने संबंधी रिपोर्ट की गई थी । जिस पर से आरोन थाना पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक 435/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण कायम कर अपहृता की तलाश शुरू की गई और इस हेतु अपना मुखबिर जाल बिछाया और विभिन्न तकनीकी संसाधनों की मदद लेकर अपहृता के संबंध में जानकारी संकलित करने के निरंतर प्रयास किये गये । जिसके परिणाम स्वरूप आज दिनांक 17 सितंबर 2025 को अपहृता के संबंध में मुखबिर से जानकारी मिलने पर आरोन थाना पुलिस द्वारा तत्परता से कार्यवाही कर मात्र 03 दिनों में ही प्रकरण में अपह्त नाबालिग किशोरी को दस्तयाब कर लिया गया एवं विधिवत कार्यवाही उपरांत जिसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जहां से बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. श्रीमति नीरू शर्मा व समिति द्वारा कार्यवाही करते हुए बालिका को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है । आरोन थाना पुलिस की इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक बृजमोहन सिंह भदौरिया, सउनि राजेन्द्र सिंह यादव, प्रधान आरक्षक दीपक त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक करन सिंह भदौरिया, प्रधान आरक्षक जितेन्द्र पाल एवं महिला आरक्षक आकांक्षा त्यागी व महिला आरक्षक राजकुमारी रघुवंशी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । -सीताराम नाटानी (ईएमएस)