राष्ट्रीय
18-Sep-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। उपवास सेहत और आत्मिक शांति के लिए लाभकारी होता है, लेकिन व्रत तोड़ने के बाद खानपान में की गई लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। लंबे समय तक उपवास करने से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और यदि इस दौरान गलत चीजें खा ली जाएं, तो डाइजेशन बिगड़ सकता है और तबीयत खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि व्रत तोड़ने के बाद हल्का और गर्म भोजन सबसे अच्छा विकल्प होता है। यह आसानी से पच जाता है और शरीर को ऊर्जा भी देता है। लिक्विड मिठाइयां शरीर को रिलैक्स करने के साथ आंतों को भी भोजन पचाने में मदद करती हैं। इसलिए थोड़ी सी सावधानी बरतकर व्रत के बाद भी स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है। डॉक्टरों के अनुसार व्रत के बाद तीखा और मिर्च वाला भोजन बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। उपवास के समय गट लाइनिंग काफी संवेदनशील हो जाती है और ज्यादा मिर्च-मसाले वाली चीजें इस परत को जला सकती हैं, जिससे पेट और इसोफेगस की दिक्कतें हो सकती हैं। इसी तरह दही, छाछ और नींबू जैसे खट्टे फूड भी तुरंत व्रत तोड़ने के बाद नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में एसिडिटी का स्तर अधिक होता है, जो डाइजेशन को बिगाड़ देता है और लंबे समय तक सीने में जलन की समस्या उत्पन्न कर सकता है। विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि व्रत पारण के तुरंत बाद बेसन जैसे भारी अनाज के आटे से बनी चीजें खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये कब्ज की समस्या पैदा कर सकती हैं और इन्हें पचाना मुश्किल होता है। वहीं, मीठा खाने की इच्छा रखने वालों को भी सतर्क रहना चाहिए। ठोस मिठाइयों की जगह शर्बत या लिक्विड स्वीट्स लेना ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके अलावा ठंडे चावल और ठंडे पेय पदार्थ जैसे ठंडी चीजें भी पाचन को प्रभावित करती हैं और इन्हें व्रत पारण के बाद खाने से परहेज करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति नवरात्रि जैसे लंबे व्रत करता है, तो उसे कम से कम चार से पांच दिनों तक इन नियमों का पालन करना जरूरी है, ताकि पाचन तंत्र पूरी तरह से सामान्य हो सके। वहीं, जो लोग एक दिन का व्रत रखते हैं, उन्हें केवल अगले दिन तक ही इन सावधानियों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। सुदामा/ईएमएस 18 सितंबर 2025