-दुश्मनों के रॉकेट, ड्रोन और मोर्टार जैसे खतरों को कम लागत में करेगा बेअसर तेल अवीव,(ईएमएस)। इजराइल ने दावा किया है कि हाई एनर्जी लेजर डिफेंस सिस्टम आयरन बीम के अंतिम परीक्षण को उसने पूरा कर लिया है। इस हथियार को इस साल के अंत तक तैनात कर दिया जाएगा। इसे इजराइली सैन्य शक्ति की बड़ी छलांग के रूप में देखा जा रहा है, जो दुश्मनों के रॉकेट, ड्रोन और मोर्टार जैसे खतरों को कम लागत में बेअसर कर देगा। इजराइल का दावा है कि आयरन बीम दुनिया का पहला हाई एनर्जी लेजर इंटरसेप्शन वेपन है। इससे इजराइल की रक्षा क्षमता में इजाफा होने की संभावना है, जो लगातार कई मोर्चों पर हमलों का सामना कर रहा है। आयरन बीम को हिब्रू में ओर ईटन के रूप में जाना जाता है। इसे पहली बार इजराइली रक्षा कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स ने फरवरी 2014 में सिंगापुर एयरशो में प्रदर्शित किया था। उस समय इसे एक गाइडेड एनर्जी वेपन के रूप में पेश किया गया था। तब कहा गया था कि इसे कम दूरी के खतरों से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें पारंपरिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम हमेशा सटीकता के साथ रोक नहीं पाती हैं। आर्थिक रूप से भी मिसाइलों से सस्ते हथियारों को मार गिराना काफी महंगा पड़ता है। मीडिया रिपोर्ट में इजराइली रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि यह लेजर सिस्टम अब ऑपरेशनल तैनाती के लिए तैयार है। दक्षिणी इजराइल में कई हफ्तों तक किए गए अपने अंतिम परीक्षणों में, आयरन बीम ने रॉकेट, मोर्टार, ड्रोन और कम उड़ान वाले विमानों समेत कई प्रकार के लक्ष्यों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया। मंत्रालय ने कहा कि प्रदर्शनों ने इसकी क्षमताओं को प्रमाणित किया है। इजराइली रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक ने इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह दुनिया में पहली बार है कि एक हाई एनर्जी लेजर इंटरसेप्शन सिस्टम पूरी तरह से ऑपरेशनल स्टेज तक पहुंच गई है। यह सिस्टम अब इजराइली सेना को प्रदान की जाएगा और इस साल के अंत तक देश के व्यापक मिसाइल डिफेंस नेटवर्क में एकीकृत कर दिया जाएगा। रक्षा मंत्री काट्ज ने इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया और आयरन बीम की मामूली लागत पर तेज, सटीक इंटरसेप्शन प्रदान करने के लिए तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह हमारे मौजूदा डिफेंस सिस्टम नेटवर्क में शामिल होकर खतरे के समीकरण को बदल देता है। रिपोर्ट के मुताबिक आयरन बीम इजराइल की अन्य डिफेंस सिस्टम जैसे आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग या एरो मिसाइल इंटरसेप्टर की जगह नहीं लेगा। इसके बजाय यह देश के मल्टी लेयर डिफेंस नेटवर्क में एक और परत जोड़ेगा। आयरन डोम गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के हमलों को रोकने में अत्यधिक प्रभावी रहा है, लेकिन इसकी मिसाइल इंटरसेप्टर लागत बहुत ज्यादा है। आयरन डोम के प्रति इंटरसेप्शन की कीमत कम से कम 50,000 डॉलर है। आयरन बीम रॉकेट, ड्रोन, मोर्टार और इसी तरह के कम लागत वाले हथियार को आसानी से और सस्ते में मार गिराएगा। ये वही हथियार हैं जिनका इस्तेमाल आतंकवादी समूह अक्सर करते हैं। वे इन्हें एक साथ सैकड़ों की संख्या में दागते हैं, ताकि मिसाइल डिफेंस सिस्टम नाकाम हो जाएं, लेकिन आयरन बीम इस समस्या को प्रभावी तरीके से खत्म करेगा। जब तक पर्याप्त बिजली आपूर्ति उपलब्ध है, आयरन बीम गोला-बारूद खत्म हुए बिना फायरिंग जारी रख सकता है। यह इसे लंबे हमलों में विशेष रूप से उपयोगी बनाता है, जहां मिसाइल डिफेंस सिस्टम अपना इंटरसेप्टर भंडार खत्म होने पर नाकाम हो जाते हैं, वहां यह लगातार काम करता रहेगा। हाल में ही कतर पर इजराइली हमले के बाद इजराइल भी डरा हुआ है। अगर कतर ने धैर्य न दिखाया होता तो आज इजराइल मुस्लिम देशों के निशाने पर होता। हालांकि, यह खतरा अभी टला नहीं है। खाड़ी देशों में अरब नाटो बनाने की तैयारी चल रही है। इसका प्रमुख लक्ष्य इजराइल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई होगी। दूसरी ओर इजराइल को अपने पड़ोसी देशों में मौजूद दर्जनों आतंकवादी समूहों से भी खतरा है, जो सस्ते हथियारों से हमले करते हैं। ऐसे में आयरन बीम इजराइल को ऐसे खतरों से सुरक्षा प्रदान करेगा और देश के खजाने पर भी ज्यादा बोझ नहीं डालेगा। सिराज/ईएमएस 19सितंबर25