* तानसेन चौक पर होगा विशाल धरना प्रदर्शन * जिला मुख्यालयों में सौंपा जाएगा ज्ञापन कोरबा (ईएमएस) छत्तीसगढ़ प्रदेश में एकाएक बिजली बिलों में हुई अनुचित वृद्धि और बिजली बिल हाफ योजना को बंद करने के खिलाफ जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। इसके तहत 23 सितंबर को जबर गोहार विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। कोरबा में यह प्रदर्शन तानसेन चौक, आईटीआई रामपुर में सुबह 10 बजे से शुरू होगा। इसके बाद कार्यकर्ता और पदाधिकारी जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे। इसी तर्ज पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में भी धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम तय किया गया है। इस संबंध में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के जिलाध्यक्ष जैनेन्द्र कुर्रे की अगुवाई में जिला स्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिलाध्यक्ष सुरजीत सोनी ने की। इसमें बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित हुए और आंदोलन को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया। कोरबा अंचल जो देश का बिजली उत्पादन का प्रमुख केंद्र है, जिसे उर्जाधानी भी कहा जाता हैं, वहां की जनता महंगे बिजली बिलों, मीटर रीडिंग की गड़बड़ी और अनियमित बिजली आपूर्ति से जूझ रही है। बिजली बिल हाफ योजना को बंद करने से गरीब, मध्यम वर्ग और किसानों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना पार्टी का कहना है कि सरकार का यह कदम जनविरोधी है और इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है। जबर गोहार विशाल धरना प्रदर्शन में मुख्य मांग अंतर्गत बिजली बिल वृद्धि को तत्काल वापस लेना, बिजली बिल हाफ योजना को पुनः लागू करना, बिजली आपूर्ति और बिलिंग में पारदर्शिता, बिजली क्षेत्र में निजीकरण पर रोक, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आपूर्ति की असमानता समाप्त होना आदि शामिल हैं। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष जैनेन्द्र कुर्रे ने कहा की “छत्तीसगढ़ की जनता बिजली बिलों की मार से त्रस्त है। यह विडंबना है कि बिजली उत्पादन में अग्रणी राज्य के लोग महंगे बिलों और खराब आपूर्ति से जूझ रहे हैं। 23 सितंबर को कोरबा सहित पूरे प्रदेश में जबर गोहार आंदोलन जनता की ताकत का प्रतीक बनेगा।” छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिलाध्यक्ष सुरजीत सोनी ने कहा हैं की “जनता के हक की लड़ाई में हम हमेशा आगे रहे हैं। इस आंदोलन में सभी जिलों में कार्यकर्ता एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। हम अपील करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस धरना-प्रदर्शन में शामिल हों।” 20 सितंबर / मित्तल