भोपाल(ईएमएस)। चार साल पहले हुई परीक्षा में एक शातिर मुन्नाभाई ने अपनी जगह सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा पास कर ली। इसके बाद चार साल तक वह नौकरी भी करता रहा। बाद में जांच के दौरान जब फर्जीवाड़ का खुलासा हुआ तब इसकी शिकायत पुलिस से की गई। आरोपी देवास प्रेसनोट में नौकरी कर रहा था, जिसके चलते मामले की शिकायत देवास पुलिस से की गई थी। लेकिन परीक्षा स्थल भोपाल होने के कारण केस डायरी भोपाल पुलिस को भेजी गई, जिसके बाद बिलखरिया पुलिस ने असल कायमी कर आगे की जांच शुरु कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुनील दुपारे देवास प्रेसनोट में नौकरी करते हैं। उन्होंने देवास पुलिस को शिकायती आवेदन देते हुए बताया कि साल 2021 में देवास प्रेस नोट में 137 पदों पर टेक्नीशियन की भर्ती कराई गई थी। भर्ती प्रक्रिया मुंबई की कंपनी द्वारा कराई गई। इस दौरान सेंटर भोपाल के आईओएन कॉलेज डिजिटल जोन कॉलेज को बनाया गया और वहां परीक्षा हुई। परीक्षा पास होने के बाद वेरिफिकेशन भी हो गया। देवास प्रेस नोट ने चयनित हुए कर्मचारियों का वेरिफिकेशन कराने विभाग ने परीक्षा लेने वाली कंपनी से डाटा मांगा था। मुंबई की कंपनी ने जब डाटा भेजा तब खुलासा हुआ की जयराम मंडल की फोटो और परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी की फोटो में अंतर है। इसके बाद विभाग ने जयराम को नोटिस भेजा गया। नोटिस मिलने पर जयराम नौकरी छोड़कर बिहार फरार हो गया। दरअसल, वह बिहार का रहने वाला था। जांच में पता चला कि उसकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी, और वह नौकरी कर रहा था। देवास प्रेस नोट अधिकारी ने घटना की शिकायत देवास पुलिस को की। घटनास्थल भोपाल के बिलखिरिया थाना इलाके का होने के कारण देवास पुलिस ने केस डायरी बिलखिरिया थाने भेज दी। पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जुनेद / 24 सितंबर