- प्रदेश अध्यक्ष ने अपने कंधे पर उठाया - कांग्रेस नेता ने आरएसएस पर कसा तंज - फिर शुरू हो गया एक नया विवाद कल्याण, (ईएमएस)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले मुंबई से सटे डोंबिवली के कांग्रेस नेता प्रकाश उर्फ मामा पगारे ने फिर एक विवादित बयान दिया है। शनिवार को कल्याण में आयोजित कांग्रेस पार्टी के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना की। मगर आलोचना करते हुए उनकी जुबान फिसल गई। इस वजह से फिर एक नया विवाद शुरू हो गया है। दरअसल कार्यक्रम में बोलते हुए पगारे ने कहा कि नामर्द लोग आरएसएस में गए। जब उन्होंने यह आलोचना की तब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल मौजूद थे। इस मौके पर बोलते हुए पगारे ने हिंदी में एक कविता सुनाई। उस दौरान उन्होंने कहा, आजादी की लड़ाई में दो तरह के लोग थे जो बहादुर थे वे जेल गए, जो कायर थे वे संघ में गए उनकी इस तीखी आलोचना की मंच पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने खूब सराहना की। इससे पहले कल्याण स्थित कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में एक विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक बातें पोस्ट करने पर वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी मामा पगारे को भाजपा पदाधिकारियों ने साड़ी पहना दी थी। इस कृत्य के विरोध में कल्याण पुलिस उपायुक्त कार्यालय के सामने कांग्रेस पार्टी की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष सपकाल शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष सपकाल कांग्रेस के विरोध स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मामा पगारे को अपने कंधों पर उठा लिया। उन्होंने उन्हें अपना कोट पहनाकर सम्मानित भी किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोबाइल फोन पर पगारे से पूछताछ की थी और पगारे ने कहा था कि वह कांग्रेस पार्टी का समर्थन करते हैं। इसके बाद सपकाल ने पगारे को अपने कंधों पर उठाया और मंच पर ले गए। सपकाल ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर निशाना साधा। लेकिन उनके भाषण से ज्यादा मामा पगारे द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आलोचना चर्चा का विषय बन गई है और इस बयान को लेकर फिर एक नया विवाद शुरू हो गया है।